पाकुड़। विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के उपलक्ष्य में झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) के मार्गदर्शन में पाकुड़ के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) ने पाकुड़ प्रखंड सभागार में “आप अकेले नहीं हैं” शीर्षक से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़ के अध्यक्ष शेषनाथ सिंह के निर्देशन तथा सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों, सुरक्षा और कल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम में बोलते हुए लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के उप प्रमुख मोहम्मद नुखुमुद्दीन शेख ने वरिष्ठ नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए बनाए गए कानूनी कृत्यों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज की तेज-तर्रार आधुनिक जीवनशैली में, जहां युवा पीढ़ी अक्सर अपने काम और दैनिक जिम्मेदारियों में व्यस्त रहती है, बुजुर्गों की देखभाल करना और उनके साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना एक बड़ी चुनौती बन गई है। परिणामस्वरूप, कई वरिष्ठ नागरिक खुद को अलग-थलग महसूस करते हैं, उनके पास समय तो बहुत है, लेकिन बात करने के लिए कोई नहीं है। हालांकि, मोहम्मद नुखुमुद्दीन शेख ने बताया कि इन चुनौतियों के बीच हमारी मानवता को प्रदर्शित करने का अवसर छिपा है। उन्होंने एक अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए कहा, “बुजुर्गों को दिया जाने वाला प्यार, देखभाल और ध्यान हमारी मानवता के सच्चे मापदंड हैं।”
ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बुजुर्ग हमारे समाज की जड़ों की तरह हैं, जो हमें हमारे अस्तित्व से जोड़ते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें न केवल इस दिन बल्कि हर दिन सम्मानित करना आवश्यक है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे अपने शेष जीवन को सम्मान, शांति और खुशी के साथ जी सकें। मुर्मू ने पात्र वरिष्ठ नागरिकों से उनके कल्याण के लिए बनाई गई सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।
लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के सहायक गंगाराम टुडू ने वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस बुजुर्गों के योगदान को पहचानने और उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने का अवसर है। गंगाराम टुडू ने वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, आर्थिक सुरक्षा और सामाजिक एकीकरण से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बुजुर्ग आबादी की भलाई सुनिश्चित करने के लिए इन चिंताओं पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान, उपस्थित लोगों के बीच जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से संबंधित जागरूकता पत्रक वितरित किए गए, जिसमें कई पंचायतों के ग्रामीण निवासी, ब्लॉक कर्मचारी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़ के पीएलवी उत्पल मंडल, याकूब अली और नीरज कुमार राउत जैसे अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल थे।
यह कार्यक्रम वरिष्ठ नागरिकों द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और हमारे समाज में उनका समर्थन और सम्मान करने के महत्व को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इसने यह सुनिश्चित करने में समुदाय की भूमिका पर भी प्रकाश डाला कि बुजुर्ग अलग-थलग महसूस न करें और उन्हें सम्मान और गरिमा के साथ अपना जीवन जीने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। यह कार्यक्रम प्रत्येक व्यक्ति और समाज की जिम्मेदारी की याद दिलाता है कि बुजुर्गों की देखभाल और सम्मान करना, जो हमारे समुदायों के स्तंभ हैं।