गर्भवती महिला को खून की सख्त जरूरत थी, समय पर मदद पहुंचाकर बचाई जान
पाकुड़: रक्तदान को सबसे बड़ा दान माना जाता है, और इसी इंसानियत की मिसाल पेश की लाइफ सेवियर्स समूह के सक्रिय सदस्य यूसुफ शेख ने। उन्होंने एक गर्भवती महिला की जान बचाने के लिए रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया।
गंभीर हालत में पहुंची थी मरीज
पाकुड़ शहर के सदर अस्पताल में रशीदा खातून नाम की गर्भवती महिला भर्ती थी, जिसे A पॉजिटिव ब्लड की सख्त जरूरत थी। मरीज के शरीर में खून की भारी कमी थी, जिससे उसकी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी।
मरीज की हालत को देखते हुए परिजन काफी परेशान थे और जल्द से जल्द खून की व्यवस्था करने के लिए भागदौड़ कर रहे थे। हालांकि, उचित समय पर रक्तदान न मिलने के कारण मरीज को इलाज में परेशानी हो रही थी।
लाइफ सेवियर्स समूह से मांगी गई मदद
जब मरीज के परिजनों को कहीं से भी A पॉजिटिव रक्त उपलब्ध नहीं हो सका, तो उन्होंने लाइफ सेवियर्स समूह से मदद की गुहार लगाई। यह समूह जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्तदान की व्यवस्था करता है और समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन भी करता है।
परिजनों की गुहार पर लाइफ सेवियर्स समूह के सदस्य तुरंत सक्रिय हुए और मरीज के लिए रक्तदाता खोजने की प्रक्रिया शुरू की।
यूसुफ शेख बने जीवनदाता
परिजनों की परेशानी को देखते हुए अंजना निवासी यूसुफ शेख मदद के लिए तुरंत आगे आए। वे तुरंत पाकुड़ सदर अस्पताल के रक्त अधिकोष पहुंचे और बिना किसी देरी के रक्तदान किया।
उनके इस सराहनीय कार्य की वजह से मरीज को समय पर खून मिल सका और उसका इलाज शुरू हो पाया। खून मिलने के बाद मरीज की हालत में सुधार हुआ और डॉक्टरों ने उसे सुरक्षित घोषित किया।
परिजनों ने जताया आभार
मरीज की जान बचाने के बाद उसके परिजनों ने यूसुफ शेख और लाइफ सेवियर्स समूह के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “अगर समय पर खून नहीं मिलता, तो मरीज की जान भी जा सकती थी। हम तहे दिल से धन्यवाद देते हैं कि इस मुश्किल घड़ी में यूसुफ शेख और समूह के सदस्यों ने हमारी मदद की।”
रक्तदान से बचाई जा सकती हैं कई जिंदगियां
इस मौके पर रक्त अधिकोष के कर्मचारी नवीन कुमार और पीयूष दास भी मौजूद रहे। उन्होंने यूसुफ शेख के इस नेक कार्य की सराहना की और लोगों से नियमित रूप से रक्तदान करने की अपील की।
रक्तदान से जुड़ी कई भ्रांतियों को दूर करते हुए उन्होंने बताया कि रक्तदान से शरीर को कोई नुकसान नहीं होता बल्कि यह एक स्वस्थ प्रक्रिया है जो दूसरों की जान बचाने में मददगार साबित होती है।
रक्तदान है महादान
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि रक्तदान किसी की जिंदगी बचा सकता है। यूसुफ शेख का यह कार्य समाज के लिए एक प्रेरणा है और इससे लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक होने की सीख मिलती है।
अगर हर व्यक्ति साल में कम से कम एक बार रक्तदान करे, तो किसी भी जरूरतमंद को रक्त के अभाव में जान नहीं गंवानी पड़ेगी। इस घटना के माध्यम से समाज में रक्तदान को लेकर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत को भी रेखांकित किया गया।
समाज के लिए मिसाल बने यूसुफ शेख
यूसुफ शेख का यह नेक कार्य हर युवा और समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है। उनके इस प्रयास से यह संदेश जाता है कि अगर हर व्यक्ति जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए, तो कोई भी इंसान इलाज के अभाव में अपनी जान नहीं गंवाएगा।
यूसुफ शेख ने न सिर्फ रक्तदान किया, बल्कि मानवता की सच्ची मिसाल भी पेश की। ऐसे लोग ही समाज को एक नई दिशा देने का काम करते हैं और दूसरों को भी मदद के लिए प्रेरित करते हैं।