पाकुड़ । सदर प्रखंड के चेंगाडांगा गांव में शनिवार असर की नमाज के बाद हजरत मासूम साह दरगाह शरीफ पर देर रात जलसे का आयोजन किया गया।
उत्तर प्रदेश से आए हुए मौलाना गुलाम रब्बानी ने जलसा को संबोधित करते हुए तकरीरों से रौशन किया।
उन्होंने कहां कि ऐसी दौलत कमाने से कोई फायदा नही जिससे वो दौलत अल्लाह के सजदे से दूर कर दे। उन्होंने कहा कि दुनिया के लोगों को खुश करने के लिए अपना समय व्यर्थ करोगे तो जन्नत नहीं मिलेगी। जन्नत उसे मिलेगी जो रसूल का होगा।
उन्होंने कहा कि इस्लाम सच्चा, पक्का और पाक मजहब है। इस्लाम हमें हर समुदाय के लोगों की इज्जत, मदद, फिक्र करने की सबक देता है। मौलाना ने बताया कि आज दुनिया में हर तरफ मुस्लमानों को रूसवाई का सामना करना पड़ रहा हैं। काश मुसलमान कुरआन व सुन्नत को पैगम्बरे इस्लाम सल्लललाहो अलैहे वसल्लम की मोहब्बत और आपके इश्क का चश्मा लगाकर पढ़े और उसके मुताबिक अमल करना शुरू कर दें तो यकीनन जिल्लत व रूसवाई के दलदल से निकल सकता है और कामयाबी कदम चूम सकती है। आला हज़रत बरेलवी से मोहब्बत का तकाज़ा है कि हम इस्लामी उसूलों के पाबन्द हो, समाज से बुराईयां खत्म करके उसे नेक और अच्छा बनायें, अल्लाह का हक अदा करने के साथ-साथ बन्दों के हक अदा करने में कोई कमी न रखें। माता-पिता की इज़्ज़त करें दुनिया की बहु-बेटियों का आदर करें साथ ही औलाद को शिक्षा से वंचित न रखें। शिक्षा ही सत्य-असत्य में फर्क बताती है और विकास का पथ दिखाती है।
अन्त में मुल्क में अमन व शान्ति, खुशहाली और तरक्की की दुआ की गई और लोगों के बीच सीरनी का वितरण किया गया। इस दौरान पश्चिम बंगाल के मौलाना अब्दुल हन्नान ने मासूम शाह की बरगाह में नात पढ़कर खिराजे अकीदत पेश किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जुम्मा मस्जिद के इमाम मुजीबुर रहमान मजहारी ने किया एवं संचालन हाफिज गुलाम मुस्तफा ने किया।