📍 प्रखंड मुख्यालय में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
लिट्टीपाड़ा (पाकुड़), सोमवार।
प्रखंड मुख्यालय परिसर में “जस्टिस ऑन व्हील” के तहत एक विशेष विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वाधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों तक न्यायिक सेवाओं की पहुँच को सशक्त बनाना और कानूनी अधिकारों के प्रति आम नागरिकों को सजग करना था।
🏛️ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की रही सहभागिता
इस अवसर पर कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी सचिव विशाल मांझी के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रखंड प्रमुख मरांग बीटी बेसरा की उपस्थिति में हुई।
मुख्य अतिथि के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार, उप प्रमुख आबेदा बीवी, बीस सूत्री अध्यक्ष प्रसाद हांसदा, सभी पंचायतों के मुखिया, तथा ग्रामीणों की बड़ी संख्या में सहभागिता रही। सभी ने मिलकर इस पहल को ग्रामीण समाज के हित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
🧑⚖️ कानूनी विशेषज्ञों ने साझा की महत्वपूर्ण जानकारी
कार्यक्रम में पाकुड़ स्थाई लोक अदालत के चेयरमैन अशोक कुमार शुक्ला एवं PLA सदस्य राजीव कुमार झा ने ग्रामीणों को कानूनी अधिकारों, न्यायिक सेवाओं की उपलब्धता, तथा निःशुल्क विधिक सहायता के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए आवश्यक है कि हर नागरिक कानून के प्रति जागरूक बने। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कानूनी जानकारी हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है, क्योंकि जागरूकता ही अपराध नियंत्रण का सबसे प्रभावी माध्यम है।
🗣️ न्यायिक व्यवस्था की पहुँच को सशक्त करने का प्रयास
वक्ताओं ने बताया कि इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में न्यायिक व्यवस्था की पहुँच को और अधिक सुदृढ़ बनाना है।
“न्याय सबके द्वार” की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए जस्टिस ऑन व्हील अभियान एक सशक्त माध्यम बनकर उभरा है, जो दूरदराज के इलाकों में भी न्याय की रोशनी पहुँचा रहा है। इस पहल के माध्यम से न केवल लोगों को अपने अधिकारों की जानकारी मिल रही है, बल्कि वे कानूनी प्रक्रियाओं में भागीदारी के प्रति भी प्रेरित हो रहे हैं।
🌱 ग्रामीणों में दिखा उत्साह
ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया और विधिक सेवा प्राधिकार के इस प्रयास की सराहना की। उपस्थित लोगों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण जनता को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी ऐसे विधिक जागरूकता अभियान निरंतर जारी रहेंगे ताकि हर नागरिक तक न्याय और अधिकार की पहुँच सुनिश्चित की जा सके।
संक्षेप में, “जस्टिस ऑन व्हील” न केवल एक न्यायिक पहल है, बल्कि यह जन-जागरूकता और सामाजिक सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया है, जो न्याय सबके द्वार तक पहुँचाने के मिशन को साकार कर रहा है।


