धनबाद। ज़िन्दगी की कठिनाइयों और संघर्षों का सामना करना मानवता और सहयोग की आदतों को प्रकट करता है। इसका उदाहरण मानवाधिकार सहायता संघ के सदर प्रखण्ड अध्यक्ष सुरेश दास के परिवार से मिलता है। जिनके पिताजी को ब्रेन हेमरेज का सामना करना पड़ा। इस चुनौतीपूर्ण समय में, प्रदेश अध्यक्ष देवराज हेस्सा ने मानवता की महत्वपूर्ण उपलब्धि की और उन्होंने असर्फी अस्पताल धनबाद में सुरेश दास के पिताजी का हालचाल जानने के लिए पहुंचे।
ब्रेन हेमरेज का सामना करने वाले मरीज के बेहतर इलाज के लिए उन्होंने न्यूरो सर्जन डॉक्टर राजेश कुमार सिंह से सलाह ली और डॉक्टर के सहयोग का आभार व्यक्त किया।
उपस्थित थे जिला प्रवक्ता आशीष सिंह, जिला उपाध्यक्ष नितेश कुमार, ग्रामीण उपाध्यक्ष शिवलाल मुर्मू और टुण्डी प्रखण्ड अध्यक्ष कमलेश मुर्मू, जो इस मानवीय संघर्ष के समय में सुरेश दास के परिवार के साथ थे।
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यह सभी प्रमुख व्यक्तियों ने मानवता और धैर्य के मूल सिद्धांतों को महत्वपूर्ण मानते हुए सहयोग का प्रदर्शन किया। इन चारों ने इस मुश्किल समय में एक-दूसरे के साथ मिलकर काम किया और ब्रेन हेमरेज के इलाज के लिए मरीज की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए संयमित योगदान दिया।
ब्रेन हेमरेज में सुधार हुआ, लेकिन मरीज के दिल की स्वास्थ्य समस्याओं के कारण प्रदेश अध्यक्ष देवराज हेस्सा ने मरीज के साथ एम्बुलेंस में डिसुन अस्पताल, कोलकाता जाने का निर्णय लिया। यह उनके निश्चित संकल्प का प्रतीक है कि मरीज की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए किसी भी मानवीय मूल्यों की उपेक्षा नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कोलकाता जाकर वहां के विशेषज्ञ डॉक्टरों से मिलकर मरीज की स्थिति का जायजा लिया और सुनिश्चित किया कि वह अच्छे इलाज प्राप्त कर जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाये।
यह समर्पित व्यक्तियों का साहस और सामर्थ्य का प्रतीक है, जिन्होंने अपने समाज के एक सदस्य के लिए सच्ची सामर्थ्य का सबूत दिया है।
सुरेश दास के परिवार के लिए यह एक कठिन समय था, लेकिन देवराज हेस्सा और उनके साथीयों ने दिखाया कि वे उनके साथ हैं, हर कठिनाइयों का सामना करेंगे और आवश्यकता पड़ने में उपलब्ध होंगे। यह उनकी एकजुटता और निष्ठा का प्रतीक है, जो मानवता की महत्वपूर्ण मूल्यों को महसूस करते हैं और समाज के हर व्यक्ति के लिए सहयोग का आदान-प्रदान करने के लिए तैयार हैं।