पाकुड़। प्रखंड के कालिदाशपुर पंचायत भवन में टीबी स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर स्वास्थ्य विभाग और पिरामल स्वास्थ्य के संयुक्त प्रयास से आयोजित हुआ। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के निर्देश पर आयोजित इस शिविर का मुख्य उद्देश्य टीबी (क्षयरोग) के प्रति जागरूकता बढ़ाना और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना था।
ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच में उत्साहपूर्ण भागीदारी
शिविर में डूंगरी टोला, कशिला, हरिपुर पैरोलबोना, और कालिदाशपुर गांव के विभिन्न आयु वर्ग के 155 लाभार्थियों ने हिस्सा लिया। ग्रामीण अपने स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए यहां पहुंचे। इस शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी आनंदी और सबीना ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के बाद एएनएम मेरी और बीना कुमारी ने लाभार्थियों को दवाइयों का वितरण किया।
टीबी के प्रति जागरूकता अभियान
शिविर में पहुंचे वरीय स्वास्थ्य पर्यवेक्षक सदानंद ओझा, पीपीएम कोऑर्डिनेटर सुशांत कुमार दुबे, और पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीडर मो. सानिफ अंसारी ने ग्रामीणों के बीच जाकर टीबी रोग से बचाव और इसके इलाज के महत्व को समझाया। टीम ने ग्रामीणों को घर-घर जाकर टीबी के लक्षण, बचाव, और इलाज की जानकारी दी। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने टीबी के प्रति भ्रांतियों को दूर करने पर भी जोर दिया।
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डीटीओ ने किया शिविर का निरीक्षण
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी (डीटीओ) डॉ. कौशल कुमार सिंह ने शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों को दिशा-निर्देश दिए और ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा। डॉ. सिंह ने शिविर के आयोजन को ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
टीबी शिविर में सहयोगी टीम की सक्रिय भागीदारी
शिविर के आयोजन में पिरामल स्वास्थ्य से डीपीएम तुहीन बनर्जी, प्रोग्राम लीडर मनोज कुमार महतो, और गांधी फेलो अफरोज आफरीन, सोनिका, और तूली ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इसके अलावा, पंचायत क्षेत्र की सभी सहिया कर्मी भी शिविर में मौजूद थीं। इनके प्रयासों से शिविर को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।
ग्रामीणों को मिला इलाज और परामर्श
शिविर के माध्यम से न केवल टीबी के मरीजों की पहचान की गई, बल्कि अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के निदान और उपचार में भी मदद की गई। ग्रामीणों को टीबी की जांच, दवाइयों के वितरण, और बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक परामर्श प्रदान किया गया।
ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार में अहम कदम
यह टीबी जांच शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता को बढ़ावा देने का एक सफल प्रयास रहा। टीबी रोग के बारे में जानकारी और समय पर जांच से बीमारी के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। इस प्रकार के शिविर स्वास्थ्य जागरूकता और सेवा प्रदान करने के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
टीबी स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन कालिदाशपुर पंचायत भवन में न केवल ग्रामीणों के स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था, बल्कि इसने समुदाय में टीबी जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने में भी बड़ी भूमिका निभाई। स्वास्थ्य विभाग और पिरामल स्वास्थ्य के संयुक्त प्रयासों ने यह सुनिश्चित किया कि ग्रामीणों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं और परामर्श सुलभ हो।