पाकुड़। सदर के सोनाजोड़ी स्थित वृद्धाश्रम में आज प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़, शेष नाथ सिंह ने दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धजनों का हाल-चाल जाना और उनसे संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुना। न्यायाधीश ने वृद्धजनों के बीच फल वितरण करते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा।
साफ-सफाई और सुविधाओं का जायजा
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वृद्धाश्रम में उपलब्ध सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। साफ-सफाई, पानी, और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ वृद्धजनों के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि आश्रम की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं। इस पर उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अजय कुमार गुड़िया को शीघ्र मरम्मत कार्य करवाने के निर्देश दिए।
मेडिकल कैंप का आयोजन और स्वास्थ्य जांच
दौरे के दौरान मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें वृद्धजनों का बीपी, शुगर समेत अन्य स्वास्थ्य जांच की गई। उपस्थित डॉक्टरों ने सभी वृद्धजनों का परीक्षण किया और आवश्यकतानुसार दवाओं का वितरण किया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि वृद्धजनों को स्वास्थ्य सेवाओं में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आश्रम में अटल क्लिनिक खोलने की बात कही, ताकि वृद्धजनों को समय पर चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
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साप्ताहिक स्वास्थ्य कैंप लगाने के निर्देश
स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने के उद्देश्य से मेडिकल टीम को प्रत्येक सप्ताह स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया गया। न्यायाधीश ने कहा कि वृद्धजनों को स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिविरों में नियमित रूप से डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
वृद्धाश्रम में व्यवस्थाओं को सुधारने की पहल
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वृद्धाश्रम में खिड़कियों के शीशे टूटे होने और अन्य कमियों को गंभीरता से लिया। उन्होंने सचिव अजय कुमार गुड़िया को इन कमियों को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने वृद्धजनों के रहने की स्थिति को और बेहतर बनाने पर जोर दिया।
वृद्धजनों के साथ न्यायाधीश का संवाद
न्यायाधीश ने वृद्धजनों के साथ समय बिताकर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वृद्धजनों ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि उन्हें पहली बार इस तरह से अपनी बात रखने का अवसर मिला। न्यायाधीश ने सभी वृद्धजनों के स्वास्थ्य और रहन-सहन की स्थिति को प्राथमिकता देने की बात कही।
मौके पर मौजूद टीम और योगदान
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के सचिव अजय कुमार गुड़िया, वृद्धाश्रम के संचालक विनोद प्रमाणिक, कर्मी मो. मंगरू अंसारी, डीएलएसए के कर्मी, और पैरा लीगल वॉलिंटियर्स उत्पल मंडल एवं नीरज कुमार राउत उपस्थित रहे। सभी ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग किया।
सामुदायिक सेवा की मिसाल
इस दौरे ने न केवल वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धजनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया, बल्कि यह सामुदायिक सेवा और मानवता के प्रति समर्पण का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। वृद्धजनों की जरूरतों और समस्याओं पर ध्यान देकर न्यायाधीश ने एक अनुकरणीय पहल की।
सोनाजोड़ी वृद्धाश्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश का दौरा वृद्धजनों के जीवन में एक नई उम्मीद लेकर आया। स्वास्थ्य सुविधाओं, रहने की स्थिति, और सामाजिक सहयोग की दिशा में किए गए ये प्रयास वृद्धजनों के लिए एक बड़ा राहत कदम हैं। न्यायाधीश ने यह सुनिश्चित किया कि वृद्धाश्रम में रहने वाले हर व्यक्ति को सम्मानपूर्वक और स्वस्थ जीवन जीने का अवसर मिले।