पाकुड़, 1 मार्च 2025: जिले में धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया की सुचारू निगरानी और किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए शनिवार को जिला आपूर्ति पदाधिकारी (DSO) सह जिला प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह ने हिरणपुर और पाकुड़ प्रखंड के विभिन्न लैम्प्स (LAMPS) का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत किया गया, जिसमें धान अधिप्राप्ति की स्थिति और भंडारण प्रक्रियाओं की समीक्षा की गई।
हिरणपुर प्रखंड के लैम्प्स का निरीक्षण
डीएसओ ने सबसे पहले हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत डांगापाड़ा और बरमसिया लैम्प्स का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान, धान अधिप्राप्ति से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं की गहन समीक्षा की गई। उन्होंने अधिप्राप्त धान की मात्रा, भंडारण पंजी और अन्य दस्तावेजों की जांच की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी प्रक्रियाएं नियमानुसार हो रही हैं।
डीएसओ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक पंजीकृत किसानों से धान खरीदी जाए, ताकि उन्हें अपनी फसल का उचित मूल्य मिल सके। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और धान बिक्री की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की जाए।
पाकुड़ प्रखंड के लैम्प्स की समीक्षा
इसके बाद, डीएसओ ने पाकुड़ प्रखंड अंतर्गत कालिदासपुर लैम्प्स का निरीक्षण किया। यहां भी उन्होंने भौतिक भंडारण व्यवस्था और धान अधिप्राप्ति की प्रक्रियाओं की जांच की। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने पाया कि धान की मात्रा से संबंधित पंजी सही तरीके से संधारित की जा रही है।
डीएसओ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि धान अधिप्राप्ति की गति बढ़ाई जाए और सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र किसान धान बिक्री से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएं।
किसानों के हित में दिए महत्वपूर्ण निर्देश
निरीक्षण के दौरान, डीएसओ ने लैम्प्स के अधिकारियों को धान अधिप्राप्ति से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी पंजीकृत किसानों को धान बिक्री की पूरी जानकारी दी जाए और किसी भी तरह की अनियमितता न हो।
इसके अलावा, उन्होंने धान के सुरक्षित भंडारण, उचित नमी स्तर और गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने की भी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी लैम्प्स में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो, तो उसे तुरंत जिला आपूर्ति कार्यालय को सूचित किया जाए, ताकि समय पर समाधान निकाला जा सके।
धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर जोर
डीएसओ ने कहा कि सरकार किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और प्रभावी बनाना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर पंजीकृत किसान को अपनी फसल बेचने का पूरा अवसर दिया जाए और किसी भी प्रकार की परेशानी की स्थिति में तुरंत समाधान निकाला जाए।
भविष्य में और कड़े निरीक्षण की संभावना
डीएसओ ने संकेत दिया कि भविष्य में भी जिले के अन्य लैम्प्स का निरीक्षण किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया पूरी तरह सुचारू रूप से चल रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के निरीक्षण से प्रशासन को वास्तविक स्थिति का पता चलता है और जरूरत के हिसाब से सुधार किए जाते हैं।
किसानों के लिए राहतभरी खबर
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन धान अधिप्राप्ति को लेकर पूरी तरह से गंभीर है और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए तत्पर है। डीएसओ के निर्देशों से किसानों को समय पर भुगतान मिलने और धान बिक्री में किसी भी प्रकार की परेशानी न होने की उम्मीद बढ़ गई है।
जिला प्रशासन ने किसानों को आश्वस्त किया है कि धान खरीद से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं को पारदर्शी और सुविधाजनक बनाया जाएगा, ताकि वे बिना किसी झंझट के अपनी उपज बेच सकें और अपने परिवार के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ सकें।