
पाकुड़। 500 वर्षों के तप के बाद अयोध्या के राम मंदिर में श्री रामलला अपने नव्य भव्य और दिव्य महल में बिराजने के बाद पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर स्थित संकट मोचन महावीर मंदिर में पूजा अर्चना किया गया।
पूरे मंदिर को फूलों से सजाया गया, मंदिर परिसर में फूलों से सजी राम मंदिर की रंगोली बनाई गई जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। प्रातः काल से ही मंदिर में आचार्य के द्वारा सुंदरकांड का अखंड पाठ किया गया। इस अवसर पर बाबूधन मुर्मू, हिसाबी राय, राणा शुक्ला, अनिकेत गोस्वामी, कुलदीप जी, विनोद राम, अखिलेश कुमार चौबे, संजय कुमार ओझा, प्रभाकर चौधरी, प्रभाकांत पाठक, पार्वती देवी, मिथिलेश ठाकुर, सीताराम सिंह, अमर कुमार मल्होत्रा इत्यादि मौजूद थे।
पूरे स्टेशन परिसर में उत्सव का माहौल था, सारे मंदिर को फुल और विद्युत सज्जा से सुसज्जित कर दिया गया था। संध्या प्रहर मंदिर में हमारे आराध्य प्रभु श्री रामचंद्र जी, देवाधिदेव महादेव, बाबा बजरंगबली की महाआरती किया गया। उसके उपरांत अतिथियों के द्वारा श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया तथा अखंड हरिनाम संकीर्तन का भी आयोजन किया गया। तदोपरांत देवाधिदेवमहादेव का रुद्राभिषेक किया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में मातृशक्ति तनुजा भारती, रूमी उपाध्याय, निशा दास निभा देवी, नीलम शुक्ला, ममता कुमारी, ईशानी गोस्वामी, नेहा राय स्वाति प्रिया, गौरी देवी, श्वेता महतो, समतोला देवी, दामिनी कुमारी, साक्षी कुमारी मौजूद थी, मातृशक्तियों के द्वारा सारे मंदिर परिसर को दीपों से जगमगा दिया गया। स्टेशन परिसर रोशनी से जगमगा रही थी।दीपोत्सव साथ साथ श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में जोरदार आतिशबाजी किया। जनवरी माह में ही दीपावली का एहसास हो रहा था। चंहु ओर रामधुन गुंज रहा था। अपने राम, सबके राम के पुर्न आगमन पर बच्चे झूम रहे थे, महिलाएं मंगलगान कर रही थी।
दीपोत्सव के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मोनी कुमार सिंह, अमर राय, चंदन प्रसाद, बालेश्वर राम, रामनाथ साह, शब्बीर हुसैन, राजू मिश्रा ने सफल भूमिका निभाई।