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नवादा. बिहार के नवादा पुलिस ने एक बार फिर अनोखे तरीके से साइबर फ्रॉड करने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र इलाके से साइबर थाने की पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है जो बिलकुल ही नए तरीके से फिंगरप्रिंट का क्लोन कर आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के जरिए विभिन्न बैंक ऐप से पैसे की निकासी कर फ्रॉड करते थे.
नवादा साइबर थाने में साइबर थाना अध्यक्ष डीएसपी ज्योति प्रिया ने जानकारी देते हुए बताया कि साबर थाने में एक कांड 29/23 दर्ज किया गया जिसमें कंप्लेनेंट के द्वारा यह बताया गया कि उनके अकाउंट से 57000 की निकासी कर ली गई है. इसके बाद से एक एसआईटी का गठन किया गया जिसमें टीम ने बड़े ही कम समय में दोनों अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
ऐसे तैयार करते थे अंगूठे के क्लोन
इनके द्वारा लैंड रिसिप्ट म्यूटेशन और पैन कार्ड बनाने के नाम पर अंगूठे का निशान, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि कागजात लिए जाते थे. साइबर फ्रॉड इसी का उपयोग करते हुए क्लोन तैयार कर पैसे की निकासी करते थे. वे इन डॉक्यूमेंट से प्राप्त अंगूठे का क्लोन बेहद ही चालाकी से बनाते थे. उन्हें रजिस्ट्री ऑफिस और ब्लॉक के मुंशी के द्वारा जमीन के कागजात दिए जाते थे, जिस पर अंगूठा का निशान, आधार नंबर, मोबाइल नंबर इत्यादि रहता था. अंगूथे के निशान को स्कैन करके फोटो शॉप में उसको सही से बनाया जाता था. फिर प्लास्टिक पेपर पर उसको प्रिंट करते थे. फिंगरप्रिंट के चारों ओर एक टेप चिपकाकर बीच में फेविकोल डालकर बल्ब की रोशनी में 10 से 12 घंटे सुखाने के बाद उस फिंगरप्रिंट को अंगूठे की तरह इस्तेमाल करके एईपीएस के द्वारा वह विभिन्न बैंक ऐप से अवैध तरीके से रुपए की निकासी करते थे.
भारी मात्रा में हुई समान की बरामदगी
पुलिस ने छापेमारी के दौरान इनके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, प्रिंटर, फिंगरप्रिंट स्कैनर, एटीएम कार्ड, पासबुक, चेक बुक, पैन कार्ड, आधार कार्ड, प्लास्टिक पेपर, कार्ड रीडर, पेन ड्राइव, स्टाम्प पैड, यूएई का 10 दिरहम का नोट, पांच रुपये का नेपाली नोट एवं अन्य कागजात बरामद किए हैं. रजिस्ट्री ऑफिस से इन्होंने कुल 314 जमीन के कागजात हासिल किए हैं. दोनों गिरफ्तार अभियुक्त आपस में जीजा साला है. अजय कुमार साला है जबकि रामप्रवेश कुमार जीजा है. दोनों कई दिनों से यह काम को कर रहे थे.
बना रखी थी 2 फर्जी कंपनी, ठगी के पैसों से चलाता था ट्रस्ट
यही नहीं इनके द्वारा दो कंपनी भी फर्जी तरीके से बनाया गया था जो लोन दिलाने के नाम पर अंगूठे का निशान, आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि लेते थे, जिसका उपयोग करके वह साइबरपोर्ट करते थे. इनके कंपनी का नाम है चैतन्या इंडिया फिन क्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड और स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंसियल कंपनी. ठगी के पैसे से इनके द्वारा दीक्षा चिल्ड्रन फाउंडेशन नामक एक एनजीओ बनाया गया था जिसका चेयरमैन अजय कुमार है. ये लोग विभिन्न यूनिवर्सिटी में एडमिशन के नाम पर भी ठगी करते थे एवं इनके द्वारा अवैध दीक्षा नर्सिंग होम एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट भी चलाया जा रहा था जो पूरी तरह से अवैध था. इस काम में इनकी मां भी इनका खूब साथ देती थी. वो भी गरीब महिलाओं के पास जाकर आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, बैंक अकाउंट खुलवाने के नाम पर उनके अंगूठे का निशान और आधार नंबर लेती थी. इस प्रकार से नवादा पुलिस ने बेहद ही कम समय में इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए साइबर अपराधियों को पकड़ा है.
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Tags: Bihar News, Cyber Fraud, Nawada news
FIRST PUBLISHED : July 29, 2023, 08:04 IST
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