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जितेंद्र कुमार/लखीसराय: सरकार की कुछ योजनाएं ऐसी है जो हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के लिए जीवनदायिनी के रूप में कार्य कर रही है. इसमें सबसे ऊपर बाल हृदय योजना है. दरअसल यह मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत संचालित है. जिसका लाभ आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार के लोग हृदय रोग से पीड़ित अपने बच्चों का मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं. लखीसराय में भी दो बच्चों को इसका लाभ मिलने जा रहा है. दोनों बच्चे अर्श कुमार और धीरज कुमार के दिल में छेद है. बाल हृदय योजना के तहत दोनों को बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद भेजा जा रहा है. दोनों बच्चों का नि:शुल्क इलाज होगा.
लखीसराय के दोनों हृदय रोग से पीड़ित बच्चे को एंबुलेंस के जरिए राज्य स्वास्थ्य समिति पटना भेजा गया है. यहां से दोनों बच्चों को एयरपोर्ट ले जाया जाएगा.उसके बाद हवाई जहाज के माध्यम से उनको इलाज के लिए श्री सत्य साईं हृदय अस्पताल अहमदाबाद भेजा जाएगा. वहीं इलाज के उपरांत अमदाबाद से लौटने पर उन्हें पटना एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन से इनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी. साथ ही इनकी देखरेख के लिए चिकित्सकों की टीम भी उपलब्ध कराई गई है. खास बात यह है कि बाल हृदय योजना के जरिए चयनित इन सभी बच्चों के इलाज में अभिभावक का एक रुपए भी खर्च नहीं होना है.
अब तक 20 बच्चों का हो चुका सफल ऑपरेशन
लखीसराय के सिविल सर्जन डॉ. बीपी सिन्हा ने बताया कि 9 अप्रैल 2021 से अब तक 30 बाल हृदय रोगी को चिन्हित किया गया है जिसमें से 20 मरीजों का सफल ऑपरेशन हो चुका है. उसी तर्ज पर 29 जून को दो बच्चे को लखीसराय से अहमदाबाद भेजा जा रहा है. इसकी पूरी व्यवस्था की जा चुकी है. हृदय रोग से ग्रसित बच्चे धीरज कुमार के पिता बिहारी साव बताते हैं कि उनके बच्चे के दिल में छेद है. जब यह पैदा हुआ था उसके कुछ दिन बाद उनको मालूम चला. सरकार ने बच्चे के इलाज का जिम्मा उठाया है.
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FIRST PUBLISHED : June 30, 2023, 11:01 IST
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