उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक
पाकुड़। प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत स्वीकृति और अनुश्रवण को लेकर उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई। यह बैठक उपायुक्त के कार्यालय प्रकोष्ठ में संपन्न हुई, जिसमें अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति के आवेदनों की समीक्षा की गई।
30,522 छात्रों को मिली प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति की स्वीकृति
बैठक में जिला स्तरीय अनुमोदन एवं अनुश्रवण समिति ने गहन समीक्षा के बाद प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत कुल 30,522 छात्रों को स्वीकृति प्रदान की। यह छात्रवृत्ति उन विद्यार्थियों को दी जाती है, जो स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर अध्ययनरत हैं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं। इस योजना का उद्देश्य इन छात्रों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना और उनकी आर्थिक बाधाओं को दूर करना है।
पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति से 2,216 छात्रों को मिला लाभ
इसके अलावा, बैठक में पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत कुल 2,216 छात्रों को स्वीकृति दी गई। यह छात्रवृत्ति उन विद्यार्थियों के लिए है, जो स्कूली शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इस योजना के तहत कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे वे अपनी शिक्षा बिना किसी वित्तीय परेशानी के जारी रख सकें।
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मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना को लेकर निर्देश
बैठक में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत लाभुकों के लिए जाति प्रमाण पत्र की अनिवार्यता पर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। यह निर्णय इस योजना के तहत पारदर्शिता और सुचारू लाभ वितरण सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
बैठक में शामिल हुए कई अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का, जिला कल्याण पदाधिकारी लक्ष्मण हरिजन, एलडीएम, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. मनीष कुमार समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान छात्रवृत्ति वितरण प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
छात्रवृत्ति योजनाओं से वंचित न रहें योग्य छात्र
बैठक के दौरान अधिकारियों ने यह भी अपील की कि जिन विद्यार्थियों ने अभी तक इन छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन नहीं किया है, वे जल्द से जल्द आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। छात्रवृत्ति योजनाएं उन विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और बेहतर शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
यह बैठक विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जिससे हजारों छात्र-छात्राओं को उनकी शिक्षा के लिए आर्थिक सहयोग मिल सकेगा।