पाकुड़। जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह के द्वारा खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2024-25 के तहत चयनित धान अधिप्राप्ति केंद्रों (लैंप्स) को किसानों से धान क्रय करने के लिए आवश्यक उपकरण सौंपे गए। इनमें E-POSH मशीन, नमी मापक यंत्र और विश्लेषण कीट शामिल हैं। यह उपकरण किसानों से धान की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए क्रय प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से वितरित किए गए।
लैंप्स सदस्य सचिव को सख्त निर्देश
संबंधित लैंप्स के सदस्य सचिवों को निर्देश दिया गया कि धान क्रय प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। किसानों से मशीन के माध्यम से ही धान क्रय करने का निर्देश दिया गया। यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि पोषक क्षेत्र के सभी किसानों का धान तय मानकों के अनुरूप खरीदा जाए।
धान क्रय प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाने की पहल
सदस्य सचिवों को यह भी निर्देश दिया गया कि अधिप्राप्ति केंद्र पर क्रय पंजी, स्टॉक पंजी और अन्य आवश्यक दस्तावेज पूरी तरह व्यवस्थित और अद्यतन रहें। इन कागजातों का सही तरीके से रख-रखाव सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया, ताकि किसी भी स्थिति में रिकॉर्ड की पारदर्शिता बनी रहे।
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15 दिसंबर से शुरू होगा धान अधिप्राप्ति कार्य
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि धान अधिप्राप्ति कार्य 15 दिसंबर से शुरू होगा। सभी लैंप्स को लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है, जिसे समय पर पूरा करने का निर्देश दिया गया है। यह कार्य किसानों को उनके उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। अधिप्राप्ति कार्य में किसी भी बाधा से बचने के लिए प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली हैं।
धान क्रय में पारदर्शिता और गुणवत्ता पर जोर
धान क्रय प्रक्रिया को पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए ई-पॉश मशीन और नमी मापक यंत्र जैसी तकनीकों का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है। इन उपकरणों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों को उनकी फसल के लिए उचित भुगतान मिले और कोई भी अनियमितता न हो।
मौके पर उपस्थित अधिकारी और कर्मचारी
इस अवसर पर श्रीरामपुर लैंप्स के सदस्य सचिव परमेन रविदास, कंप्यूटर ऑपरेटर रवि कुमार, लेखापाल शमीम अख्तर सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। इन सभी ने उपकरणों के वितरण और कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया।
किसानों को लाभ पहुंचाने का प्रयास
सरकार की इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों के उपज का सही मूल्य दिलाना और धान क्रय प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना है। इसके लिए लैंप्स को निर्देशित किया गया कि क्षेत्र के सभी किसानों का धान तय समय पर क्रय किया जाए। यह कदम किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
समर्पित कार्य और लक्ष्यों को प्राप्त करने की अपील
धान अधिप्राप्ति केंद्रों को समय पर लक्ष्य पूरा करने की हिदायत दी गई है। जिला आपूर्ति विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही केंद्रों को किसानों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान करने का भी निर्देश दिया गया।
सरकार की योजनाओं को मजबूती
यह पहल राज्य सरकार की उन योजनाओं को मजबूत करती है जो कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से चलाई जा रही हैं। धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया किसानों और प्रशासन के बीच आपसी सहयोग और विश्वास का एक मजबूत उदाहरण बनकर उभर रही है।