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चरही28 मिनट पहले
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पुलिस को अब भी गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश
हजारीबाग जिले के चरही में नकली कीटनाशक फैक्ट्री के मालिक को जेल हो गयी। पुलिस इनसे जुड़े दूसरे लोगों का पता लगा रही है। चरही थाना क्षेत्र के भेलवाटांड़ से सुनील शर्मा उर्फ सुनील ठाकुर के घर से दो अलग-अलग ब्रांड के कीटनाशक की शीशी, रैपर और अन्य सामग्री के साथ संचालक सुनील ठाकुर की गिरफ्तारी बुधवार को चरही पुलिस के द्वारा की गई थी। आरोपी सुनील ठाकुर से कड़ी पुछताछ के बाद गुरुवार को कांड संख्या 47/23 के धारा 103/104 ट्रेड मार्क एक्ट 63/64/65 कॉपीराइट एक्ट के विभिन्न धाराओं के तहत न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
असली गिरोह का नही हुआ खुलासा
पुलिस के घंटो पूछताछ के बाद भी सुनील शर्मा असली गिरोह के मास्टरमाइंड के बारे में मुंह नही खोला। चरही थाना प्रभारी विक्रम कुमार ने बताया कि अगर सुनील इस गिरोह के सरगना के बारे में पुलिस को कुछ भी जानकारी देता, तो इस अवैध कारोबार के जड़ तक पहुंच कर उसे हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाता। फिलहाल पुलिस क्षेत्र के बीज भंडार में बिकने वाले कीटनाशक विक्रेताओं और आस-पास के लोगों से पूछताछ कर रही है। जैसे ही पुलिस को कोई भी सुराग मिलेगा, पुलिस इसके सरगना के गिरेबान तक पहुंच जाएगी।
इन लोगों के निशानदेही पर हुइ कारवाई
कीटनाशक कंपनी कोराजेन और एलेक्टो के दोनों आए कंपनी के प्रतिनिधि नानू राम पिता मोटा राम ग्राम, थाना खून खाना, तहसील डिडवाना जिला नागौर (राज.) जो वर्तमान में पायनियरिंग इंटेलिजेंस सर्विसेस नोएडा (यूपी) तथा राहुल कुमार साहू पिता युगल किशोर साहू ग्राम कैमो, पतराटोली, जिला लोहरदगा जो वर्तमान में इंडोफिल इंडस्ट्रीज लिमिटेड महाराष्ट्र द्वारा अधिकृत पाचरेसी डिफेंस फोर्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड नई दिल्ली के शिकायत पर यह कारवाई की गई। पुलिस की सूचना बिल्कुल सटीक थी। आरोपी सुनील शर्मा के घर से नकली कीटनाशक की शीशी, रैपर और सामग्री बरामद हुई।
3.50 करोड़ का होता नुकसान
बरामद सामग्री और खपाने के बाद उसका मूल्य: एफएमसीसी कंपनी का भरा हुआ नकली कोरोजेन 60 एमएल का कूल 2344 पीस, खाली शीशी कोराजेन 60 एमएल का कूल 225 पीस, कूल 2569 एवं इसी कंपनी का 60 एमएल का नकली स्टीकर 350 शीट एक शीट में 32 पीस। कूल 11,200 पीस। दूसरे इंडोफिल इंडस्ट्रीज के एलेक्टो 25 एमएल के भरा हुआ 3025 शीशी, खाली शीशी 25 एमएल के ही 25 पीस, कूल 3050 पीस। नकली स्टीकर 250 शीट जो प्रति शीट 48 पीस कूल 12,000 पीस बरामद हुए। दोनों कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बताया कि यदि यह माल प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बाजार में उपलब्ध होकर खप गए होते तो लगभग 3.50 करोड़ रुपए का नुकसान कंपनी को होता। चरही पुलिस की तत्परता से हुई कार्रवाई से दोनों प्रतिनिधियों ने पुलिस की बड़ी सराहना की। पुलिस निरीक्षक महेंद्र प्रसाद सिंह, थाना प्रभारी विक्रम सिंह, एएसआई तरुण कुमार महतो और सशस्त्र बल के जवानों के साथ छापेमारी की गई थी।
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