निःशुल्क जांच और दवा वितरण से लोगों को मिला लाभ
पाकुड़ जिले में आयुष विभाग के तत्वावधान में स्वास्थ्य जागरूकता एवं निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना था। गुरुवार को अमड़ापाड़ा के सकरीगली और लिट्टीपाड़ा के जागेश्वर एवं मुकरी गांवों में आयोजित शिविरों में कुल 153 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें आवश्यक दवाएं प्रदान की गईं।
डॉक्टरों की टीम ने विभिन्न बीमारियों की जांच की
शिविर में डॉ. सौरभ विश्वास, डॉ. अमरेश कुमार, डॉ. प्रेम प्रकाश और डॉ. अफरोज आलम ने अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने बताया कि इस शिविर में रक्तचाप (ब्लड प्रेशर), मधुमेह (डायबिटीज), जोड़ों का दर्द, गठिया, बच्चों से संबंधित बीमारियों सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की निःशुल्क जांच की गई। इसके अलावा, मरीजों को ब्लड प्रेशर और शुगर जांच की सुविधा भी दी गई।
डॉक्टरों ने ग्रामीणों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और संतुलित आहार लेने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि नियमित योग, सही खान-पान और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से कई बीमारियों से बचाव संभव है।
योगाभ्यास से स्वस्थ जीवन की प्रेरणा
शिविर में आए मरीजों को योग प्रशिक्षकों द्वारा योगाभ्यास भी कराया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि नियमित योग करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति रोजाना 30 मिनट योग और संतुलित आहार का पालन करे, तो वह कई बीमारियों से बच सकता है।
प्रशिक्षकों ने ग्रामीणों को अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भुजंगासन, वृक्षासन और प्राणायाम जैसे आसान योगाभ्यास करने की सलाह दी। इससे तनाव कम होता है, पाचन तंत्र मजबूत होता है और रक्त संचार बेहतर होता है।
स्वास्थ्य जागरूकता अभियान को मिलेगा और विस्तार
आयुष विभाग द्वारा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। 14 फरवरी 2025 को महेशपुर के ईदगाहपहाड़, हिरणपुर के देवापाड़ा-02, लिट्टीपाड़ा के बड़ाघाघर एवं बासजोटी और अमड़ापाड़ा के मुस्लिमटोला में भी आयुष जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों में स्वास्थ्य जांच, निःशुल्क दवा वितरण और योगाभ्यास की व्यवस्था होगी।
ग्रामीणों को मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
आयुष शिविरों के आयोजन से ग्रामीणों को आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ पारंपरिक और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का भी लाभ मिल रहा है। लोगों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे स्वास्थ्य शिविरों से गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत हो रही हैं।
पाकुड़ जिला प्रशासन एवं आयुष विभाग का यह प्रयास ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने और आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे स्वास्थ्य जांच शिविरों में भाग लें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।