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पटना, 10 नवंबर (आईएएनएस)। जदयू विधायक संजीव कुमार ने शुक्रवार को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
कुमार ने कहा कि राकेश तिवारी 40 से 50 लाख रुपये तक रिश्वत लेते थे और बिहार रणजी टीम में दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों का चयन करते थे. उनके इस आरोप के बाद कई अन्य विधायक भी उनके समर्थन में आ गये हैं.
“बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी एक दलाल है जो बाहरी खिलाड़ियों से 40 से 50 लाख रुपये लेता था और उन्हें बिहार की रणजी टीम में खेलने की अनुमति देता था। वह हमारे राज्य के खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इसकी जांच की जानी चाहिए, ”कुमार ने कहा।
उन्होंने कहा कि बीसीए बिहार सरकार के निबंधन विभाग से निबंधित है.
उन्होंने कहा, “सरकार को तुरंत बीसीए का पंजीकरण रद्द करना चाहिए और इसके कार्यों और वित्तीय लेनदेन की जांच के लिए बिहार विधानसभा की एक समिति बनानी चाहिए।”
उनके इस आरोप के बाद शराब निषेध एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि राज्य सरकार को संजीव कुमार के आरोप और चिंता पर कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा, ”विधानसभा अध्यक्ष इस मामले की जांच कर सकते हैं.”
स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि कानून के मुताबिक जांच होगी. उन्होंने संकेत दिया कि बीसीए अध्यक्ष की जांच के लिए एक कमेटी बनायी जायेगी.
संजीव कुमार के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए पटना क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यसमिति सदस्य और राकेश तिवारी के करीबी रहबर आब्दीन ने कहा कि राकेश तिवारी पर लगाए गए आरोप साबित नहीं हुए हैं और उन्हें दलाल कहना समझदारी नहीं होगी.
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