भारतीय खेल प्राधिकरण तथा साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक उल्लेखनीय कार्यक्रम में, दो दिवसीय ‘खेलो इंडिया वूमेन एस लीग रोड साइकिलिंग‘ वर्तमान में बिहार की राजधानी पटना में चल रही है। प्रतियोगिता में झारखंड टीम ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए विभिन्न श्रेणियों में पदक हासिल किए हैं।
लक्ष्मी कुमारी ने इंडिविजुअल टाइम ट्रायल में रजत पदक जीता🥈
लक्ष्मी कुमारी ने इंडिविजुअल टाइम ट्रायल में 22:55:2. मी. में पूरा कर, प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल कर रजत पदक अर्जित किया। उनकी असाधारण टाइमिंग और खेल के प्रति समर्पण ने साइकिलिंग की दुनिया में उनके कौशल को प्रदर्शित किया।
मास स्टार्ट में रजत पदक (24 किमी) 🥈
24 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले मास स्टार्ट प्रतियोगिता में लक्ष्मी कुमारी ने एक और उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की। 52 मिनट और 1 सेकंड में दौड़ पूरी कर उन्होंने दूसरा स्थान हासिल किया और झारखंड की झोली में एक और रजत पदक डाला। यह उपलब्धि झारखंड साइक्लिंग टीम के भीतर अविश्वसनीय प्रतिभा को उजागर करती है।
30 किलोमीटर मार्च स्टार्ट इवेंट में बंडा चमका 🥉
30 किलोमीटर के चुनौतीपूर्ण मार्च स्टार्ट में, गुलांची बंडा ने 1 घंटे, 1 मिनट और 35 सेकंड में पूरी करके अपने असाधारण साइकिल कौशल का प्रदर्शन किया। उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने तीसरा स्थान हासिल किया, जिससे उन्हें कांस्य पदक मिला। बांदा की उपलब्धि झारखंड साइक्लिंग टीम के भीतर प्रतिभा की गहराई को दर्शाती है।
उक्त दोनों खिलाड़ियों तथा टीम मैनेजर व प्रशिक्षक को गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, झारखंड साइकिलिंग संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक, झारखंड साइकिल संघ के महासचिव शैलेंद्र पाठक, वरीय उपाध्यक्ष संदीप खन्ना, झारखंड साइकिलिंग संघ के उपाध्यक्ष अम्लान कुसुम सिन्हा, सुरेश कुमार, सुरजीत कुमार, अजय मुकुल टोप्पो, आईजक ग्लेडवीन रक्षित, विनय कुमार पांडे, झारखंड साइकिलिंग संघ के कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह, शि.र्डी सिंह, राजेश कुमार यादव, रितेश झा, दिलीप गुप्ता, शशिकांत पांडे, अभिषेक झा, दीपक हेंब्रम, आशु भाटिया, ओम प्रकाश गुप्ता, चंद्र बहादुर सिंह, अमित कुमार रामकुमार भट्ट प्रशिक्षक, प्रथम शर्मा आदि ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
‘खेलो इंडिया वूमेन एस लीग रोड साइकिलिंग‘ में प्रतिभा और खेल कौशल का यह प्रभावशाली प्रदर्शन झारखंड राज्य में समृद्ध साइक्लिंग संस्कृति का उदाहरण है। अधिकारियों, प्रशिक्षकों और सहायक कर्मचारियों ने इन एथलीटों के पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और उनकी सफलता उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
झारखंड साइकिल संघ के महासचिव शैलेंद्र पाठक ने इन एथलीटों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर हर्ष जाहिर करते हुए झारखण्ड में साइक्लिंग के आशाजनक भविष्य पर प्रकाश डालते हुए यह उल्लेखनीय जानकारी साझा की।