शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए चला अभियान
पाकुड़ नगर परिषद ने शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने और सड़क जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है। उपयुक्त मनीष कुमार के निर्देश पर नगर परिषद की टीम ने शहर के विभिन्न हिस्सों में अभियान चलाकर अवैध कब्जों को हटाया। इस दौरान बाजारों, मुख्य सड़कों और सार्वजनिक स्थलों से ठेले-खोमचे और अस्थायी दुकानें हटाई गईं। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने और आम लोगों की सुविधा के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
नगर परिषद के अधिकारी मौके पर रहे मौजूद
अभियान का नेतृत्व नगर परिषद प्रशासक अमरेंद्र कुमार चौधरी ने किया, जबकि नगर प्रबंधक मृत्युंजय पांडे समेत अन्य अधिकारी और शुभम पाराशर, कंचन यादव, संजय राय नगर परिषद कर्मी भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने शहर के मुख्य चौक-चौराहों और बाज़ारों का निरीक्षण किया और अवैध रूप से लगाए गए दुकानों व ठेलों को हटाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया।
सड़क जाम से परेशान थे लोग, प्रशासन ने उठाया कदम
शहर में पिछले कुछ समय से सड़क जाम की समस्या गंभीर रूप ले रही थी। खासकर व्यस्त इलाकों में अवैध ठेले, दुकानों और गाड़ियों की अव्यवस्थित पार्किंग के कारण लोग घंटों जाम में फंस जाते थे। इस समस्या को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया। नगर परिषद की टीम ने न सिर्फ अतिक्रमण हटाया, बल्कि दुकानदारों और सड़क किनारे ठेला लगाने वालों को भविष्य में नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी।
अतिक्रमणकारियों को दी गई चेतावनी, अगली बार लगेगा जुर्माना
अभियान के दौरान नगर परिषद की टीम ने अतिक्रमणकारियों को चेतावनी देकर छोड़ा, लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर दोबारा अवैध कब्जा पाया गया, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद अगर लोग नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
शहर को स्वच्छ और सुगम बनाने के लिए अभियान रहेगा जारी
नगर प्रशासन का कहना है कि पाकुड़ शहर को सुंदर, स्वच्छ और यातायात के लिए सुगम बनाने के उद्देश्य से यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। अधिकारी लगातार निगरानी करेंगे और जहां भी अतिक्रमण पाया जाएगा, उसे तुरंत हटाया जाएगा। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अवैध कब्जा न करें और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने में सहयोग दें।