पाकुड़। कृष्णापुरी कालोनी निवासी जितेन्द्र कुमार सिंह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। इलाज के लिए उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती किया गया। जहाँ जाँच उपरांत पाया गया की उनके रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा अत्यंत निम्न है। डॉक्टरों ने उन्हें जल्द से जल्द तीन यूनिट रक्त चढ़ाने की सलाह दी।
मरीज के मित्र संदीपन मिश्रा ने रक्त की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु अपने मित्र मण्डली में इसकी चर्चा की और रक्तदान करने के लिए मित्रों से आग्रह किया। रक्त की उपयोगिता को समझते हुए श्री सिंह के मित्र विवेक वर्मन ने रक्तदान किया।
वही जब नगर परिषद सुपरवाइजर शुभम पराशर को जानकारी मिली की उनके पिता के मित्र को रक्त की अत्यंत आवश्कता है, तो उन्होंने रक्तदान करने की इच्छा जाहिर की। शुभम पराशर ने अपने कार्य के वयस्त समय से समय निकाल कर रक्त अधिकोष पहुँच कर रक्तदान किया। रक्तदाता शुभम पराशर ने कहा की मैं पहले भी कई बार रक्तदान कर चूका हूँ। जब मुझे जानकारी मिली की मेरे पिताजी के मित्र को रक्त की अत्यंत आवश्कता है तो मै रक्तदान करने पहुँच गया।
शुभम पराशर ने कहा की समाज एक परिवार की तरह है। जहाँ हमें समाज के प्रत्येक सदस्यों के सुख और दुख में समान रूप से खड़ा रहना चाहिए। मैं भाग्यशाली रहा की मेरे पूर्वजों ने एक ऐसे समाज का निर्माण किया, जहाँ हमने अपने व्यक्तित्व का विकास भाईचारे के माहोल में प्राप्त किया। मैं आज बेहद खुश हूँ, मैंने पूर्वजों द्वारा निर्मित समाज में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर पाया।