[ad_1]
जमशेदपुर25 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कोल्हान के सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल एमजीएम के ब्लड बैंक में खून की कमी हो गई
कोल्हान के सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल एमजीएम के ब्लड बैंक में खून की कमी हो गई है। बी निगेटिव व एबी निगेटिव खून पूरी तरह से खत्म हो गई है। वर्तमान में बैंक में अन्य ग्रुप के 59 यूनिट ब्लड मौजूद है जो अगले 24 घंटे के लिए है। क्योंकि अस्पताल में हर दिन औसतन 50 यूनिट ब्लड की खपत होती है।
इस तरह से सोमवार को किसी संस्था या व्यक्तिगत डोनरों द्वारा रक्तदान नहीं किया गया तो अस्पताल के जरूरतमंद मरीजों को खून मिलना बंद हो जाएगा। यह अस्पताल में इलाजरत लगभग 600 मरीजों के लिए अच्छी खबर नहीं है। अस्पताल में सबसे अधिक खून की जरूरत गायनिक विभाग के गर्भवती महिलाओं को पड़ती है। क्योंकि अस्पताल आने वाली कुल गर्भवती महिलाओं में 76 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित होती हैं।
वहीं इन 76 प्रतिशत महिलाओं में 42 प्रतिशत ऐसी होती हैं जिन्हें ब्लड की जरूरत पड़ती है। अधिकतर किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को डायलिसिस से पहले ब्लड की जरूरत पड़ती है। एमजीएम अस्पताल आने वाले ऐसे मरीजों की संख्या भी हर दिन औसत 7-8 होती है। इसके अलावा दुर्घटना में घायल व अन्य गंभीर मरीजों को भी खून की जरूरत होती है।
ऐसे में सरकारी अस्पताल में खून की कमी से आम लोगों के सामने बड़ी समस्या हो सकती है। अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की कमी होने के साथ ही अस्पताल प्रबंधन सक्रिय हो गया है। अस्पताल प्रबंधन खून की व्यवस्था करने में जुटा हुआ है। शिविर के लिए सामाजिक संगठनों से संपर्क किया गया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस परेशानी को दूर कर लिया जाएगा।
ब्लड ग्रुप उपलब्ध
ए पॉजिटिव 21
बी पॉजिटिव 26
ओ पॉजिटिव 11
एबी पाजिटिव 06
ए निगेटिव 03 बी निगेटिव 00 ओ निगेटिव 04 एबी निगेटिव 00 कुल 59
ब्लड बैंक में खून की कमी एक-दो दिन में दूर कर ली जाएगी। इस माह खून की खपत अचानक बढ़ने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। स्वयंसेवी संस्थाओं से संपर्क रक्तदान शिविर लगाने को कहा गया है। एमजीएम में औसतन रोजना 50 यूनिट ब्लड की खपत है। – डॉ रविंद्र कुमार, अधीक्षक
[ad_2]
Source link