04 से 07 फरवरी तक होगी परीक्षा, केंद्रों पर रहेगी कड़ी निगरानी
पाकुड़ जिले में परख टेस्ट के तहत प्री-मैट्रिक एवं प्री-इंटर परीक्षा 2025 का आयोजन निर्धारित तिथियों 4 फरवरी से 7 फरवरी 2025 तक किया जाएगा। यह परीक्षा संबंधित परीक्षा केंद्रों पर सुचारू रूप से संचालित होगी। परीक्षा के सफल आयोजन और सुव्यवस्थित संचालन को लेकर उपायुक्त मनीष कुमार ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित
इस बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया, जिसमें उपायुक्त ने परीक्षा की पारदर्शिता, निष्पक्षता और सुचारू संचालन से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सभी विद्यालय प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि परीक्षा केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों और परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के निर्देश
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया कि—
- परीक्षा कक्ष में अनुशासन बनाए रखा जाए।
- कोई भी छात्र अनुचित साधनों का प्रयोग न कर सके, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जाए।
- परीक्षा केंद्रों पर शिक्षकों की उचित निगरानी सुनिश्चित की जाए।
- सभी केंद्रों पर समय पर प्रश्नपत्र और अन्य आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराई जाएं।
छात्रों को परीक्षा के प्रति गंभीर रहने की सलाह
परीक्षा को लेकर उपायुक्त ने छात्रों से अपील की कि वे इमानदारी से परीक्षा दें और इसे अपने कौशल एवं मेहनत को परखने का अवसर मानें। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा न केवल उनके शिक्षण स्तर का आकलन करेगी, बल्कि आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए उनकी तैयारी को भी मजबूत करेगी।
परीक्षा को सफल बनाने के लिए प्रशासन सतर्क
इस परीक्षा के सफल संचालन के लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विशेष कार्य पदाधिकारी भी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने परीक्षा के सुरक्षित और पारदर्शी संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया।
शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में प्रशासन की पहल
यह बैठक इस बात का संकेत है कि जिला प्रशासन शिक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए गंभीरता से कार्य कर रहा है। इस परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों की वास्तविक तैयारी का आकलन किया जाएगा, जिससे उन्हें अपनी कमजोरियों को सुधारने का अवसर मिलेगा। प्रशासन की यह पहल जिले में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।