
पाकुड़। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पाकुड़ के कार्यकर्ताओं ने कुमार कालिदास मेमोरियल महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन देकर महाविद्यालय में इंटर एवं स्नातक में कामर्स के विद्यार्थियों के नामांकन जल्द प्रारंभ करने व बीएड की शुल्क वृद्धि को कम करने हेतु ज्ञापन सौंपा।
मौके पर कॉलेज मंत्री दुलाल चंद्र दास, कॉलेज उपाध्यक्ष विजय कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सुमित पांडे, महाविद्यालय अध्यक्ष आनंद भंडारी, नगर मंत्री, प्रदीप मिश्रा, प्रकाश हेंब्रम रायसेन मरांडी, एवं सुमित सेन सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे कार्यकर्ताओं ने बताया कि महाविद्यालय के द्वारा इंटर का नामांकन प्रारंभ नहीं होने से जिले भर के विद्यार्थियों को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है। साथ ही स्नातक के अन्य विषयों की भांति कॉमर्स में भी नामांकन प्रारंभ करने की मांग की है।
विश्वविद्यालय संयोजक बमभोला उपाध्याय ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शिव प्रसाद लोहरा के समक्ष बीएड की फीस वृद्धि के फैसले को लेकर गंभीर दिखे और सख्त नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि शुल्क को ₹88000 से बढ़ाकर ₹150000 करने का आदेश पारित किया है। बी एड के विद्यार्थियों को जबरन किस विधि के अनुसार पैसे देने को मजबूर कर रहे हैं। सभी महाविद्यालयों के द्वारा कुलपति को ज्ञापन एवं पत्राचार के माध्यम से शुल्क कम करने हेतु पत्राचार किया जा चुका है।
विश्वविद्यालय संयोजक ने बताया कि कल विद्यार्थी परिषद संथाल परगना के सभी जिलों के विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलकर फीस वृद्धि को कम करने की अंतिम चेतावनी देंगे। फिर महाविद्यालय और विश्वविद्यालय प्रशासनों के खिलाफ जोरदार आंदोलन करेंगे। उन्होंने संथाल परगना के विद्यार्थियों से आग्रह किया कि विद्यार्थी परिषद के विश्वविद्यालय घेराव में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचे।
छात्र हित हमारी प्राथमिकता है: प्राचार्य
इस संबंध में हमारे संवाददाता ने केकेएम कॉलेज पाकुड़ के प्रभारी प्राचार्य डॉ० शिव प्रसाद लोहरा से बातचीत की है। उन्होंने कहा है कि छात्रों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं होगा। वे उनके बेहतर भविष्य के लिए चिंतित हैं। महाविद्यालय प्रशासन हर स्थिति नजर बनाए हुए हैं। इंटर में नामांकन भी होगी। अभी तक इंटर में नामांकन हेतु एक भी छात्र आवेदन नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि जिले में लगभग सभी प्रखंडों में प्लस टू विद्यालय खुले हैं। जहां छात्रों की इंटर की सभी विषयों की पढ़ाई भली-भांति होती है। अतः छात्र बेहतर अध्यापन के लिए अपनी नजदीकी विद्यालय में नामांकन ले रहे हैं। यदि छात्रों की कठिनाई होगी और उनकी नामांकन कहीं नहीं हो रही है तो निश्चित रूप से केकेएम कॉलेज पाकुड़ में इंटर में छात्रों का नामांकन होगी। सरकार के भी आदेश प्राप्त है। छात्रों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिति को ही ध्यान में रखना पड़ता है। बी एड के शुल्क अचानक से 88 हजार से बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने के जवाब में उन्होंने कहा कि यह मामला विश्वविद्यालय के अधीन है। इसे लेकर वहां मंथन चल रहा है। परिषद द्वारा जारी आवेदन भेजा जा चुका है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि एससी एसटी या अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को छात्रवृत्ति के माध्यम से लगभग पैसा वापस हो जाती है। किंतु जनरल छात्रों को कठिनाई होती है। जब हमारे छात्र हमारे जिले से बाहर जाते हैं या प्राइवेट में नामांकन कराते हैं तो यहां के छात्रों से डेढ़ लाख से ऊपर फीस ली जाती है। फिलहाल परिषद के ज्ञापन पर विचार-विमर्श जारी है। सभी को दोनों पहलुओं पर विचार करना चाहिए।