झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा किया गया आयोजन
पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा), रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण पीएलवी (पैरा लीगल वोलंटियर) कैपेसिटी बिल्डिंग सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पीएलवी को और अधिक कानूनी रूप से दक्ष और सशक्त बनाना था, ताकि वे समाज के जरूरतमंद वर्गों को प्रभावी विधिक सहायता उपलब्ध करा सकें।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और सचिव के नेतृत्व में हुई पहल
इस कार्यक्रम का आयोजन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देशन में तथा सचिव रूपा बंदना किरो के कुशल मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में किया गया। यह कार्यक्रम जनहित में कानूनी जागरूकता बढ़ाने और पीएलवी की भूमिका को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
लीगल एड डिफेंस काउंसिल टीम ने किया नेतृत्व
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के चीफ सुबोध कुमार दफादर, डिप्टी चीफ नुकूमुद्दीन शेख, संजीव कुमार मंडल, तथा सहायक अजफर हुसैन विश्वास ने संयुक्त रूप से भाग लिया। उन्होंने सभी उपस्थित पीएलवी के कार्यों की समीक्षा की और उन्हें विभिन्न कानूनी विषयों पर प्रशिक्षण दिया।
कौशल विकास और विधिक ज्ञान पर दिया गया बल
प्रशिक्षण सत्र के दौरान पीएलवी की क्षमताओं, विशेष रूप से उनके संवाद कौशल, केस प्रस्तुतिकरण और न्यायिक प्रक्रियाओं की समझ को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। यह प्रशिक्षण कानूनी तौर पर सशक्त बनने, संविधान में वर्णित न्याय की अवधारणा को समझने और उसे ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ।
प्रमुख कानूनों पर विस्तृत जानकारी दी गई
कार्यक्रम में आपराधिक कानून, श्रम कानून, किशोर न्याय अधिनियम, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा से संबंधित कानूनों तथा पॉक्सो एक्ट जैसी महत्वपूर्ण विधिक धाराओं पर विस्तार से चर्चा की गई। पीएलवी को इन कानूनों की मूल अवधारणाओं और व्यावहारिक उपयोग की जानकारी दी गई, जिससे वे जमीनी स्तर पर सही एवं प्रभावी सहायता प्रदान कर सकें।
पीएलवी की सक्रिय भागीदारी और उपस्थिति
इस अवसर पर कई सक्रिय पीएलवी सदस्यों की उपस्थिति रही, जिनमें पिंकी मंडल, मल्लिका सरकार, रीता मुर्मू, कान्हु हांसदा, पिंटू मरांडी, किंग्सुक नाग, एजारुल शेख, सायेम अली, मोकमाउल शेख, चंद्र शेखर घोष, विजय कुमार राजवंशी, उत्पल मंडल तथा नीरज कुमार राउत शामिल थे। सभी ने कार्यक्रम में गंभीरता और उत्साह के साथ भाग लिया तथा प्रशिक्षण को लाभप्रद बताया।
सशक्त समाज निर्माण की दिशा में एक और कदम
यह कार्यक्रम न केवल पीएलवी की व्यक्तिगत दक्षताओं को बढ़ाने का माध्यम बना, बल्कि यह विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है कि कैसे वह समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्गों तक न्याय पहुंचाने के अपने लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
यह आयोजन कानूनी जागरूकता, जनहित संरक्षण और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो आने वाले समय में न्याय तक सरल पहुंच को सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित हो सकता है।