- टीम में पांच सदस्य चिकित्सा दल एवं 30 एमपीडब्ल्यू, 14 सीएचओ, 38 एएनएम को किया गया है शामिल
- गांव में मास सर्वे कर रोगियों को मलेरिया रोधी दवा देकर किया जा रहा है उपचार
पाकुड़। लिट्टीपाड़ा प्रखंड के 23 गांव में फैले मलेरिया के प्रकोप ने राजनैतिक पर्यटन का रूप ले लिया है। आरोप प्रत्यारोप के बीच आम सुदूर इलाके में रहने वाले लोगों को अपने राजनेताओं का दर्शन बहरहाल मिल रहा है। इधर मलेरिया के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन रेस है और टीम का गठन किया है।
सिविल सर्जन डॉ. मंटू टेकरीवाल ने बताया कि उपायुक्त महोदय के निर्देश पर लिट्टीपाड़ा प्रखंड के गांव में फैली मलेरिया बीमारी के नियंत्रण के लिए टीम गठित की गई है। गठित टीम में पांच सदस्य चिकित्सा दल एवं 30 एमपीडब्ल्यू, 14 सीएचओ, 38 एएनएम शामिल किया गया है। उक्त दल द्वारा 23 गांवों में मास सर्वे किया जा रहा है। साथ ही सभी का स्क्रीनिंग करते हुए मलेरिया के धनात्मक रोगी को मलेरिया रोधी दवा देकर उपचार किया जा रहा है।
वहीं गंभीर बीमारी वाले को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लिट्टीपाड़ा लाकर उनका उपचार किया जा रहा है। साथ ही उपचार कर मेडिकल टीम के द्वारा उनके घर में पहुंचा दिया जा रहा है। सभी गांव में क्षेत्रीय भाषा में माइकिंग कर प्रचार प्रसार कर जन जागरूकता की जा रही है। इसके अलावा स्कूल के बच्चे अपने गांव में शिक्षक एवं सहिया के साथ मलेरिया से बचाव हेतु जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। प्रभावित गांवों में विभाग के द्वारा IRS का छिडकाव किया जा रहा है।
अब तक कुल 14 गांव में किटनाशी छिड़काव कर दिया गया है। साथ ही 23 गांव में फॉगिंग कर दी गई है। 24 घंटे मेडिकल टीम तत्परता के साथ मुस्तैद होकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लिट्टीपाड़ा में तैनात है। साथ ही प्रत्येक दिन सहिया से ग्रामीणों की जानकारी प्राप्त की जाती है। किसी भी प्रकार की गांव में बीमारी की पता चल रही है तो त्वरित गति से मेडिकल टीम वहां पहुंचकर वहां की पीड़ित रोगियों का उपचार एवं स्क्रीनिंग कर रही है। ग्रामीणों को जागरूक करके घर के आसपास साफ सफाई रखने, रात में मच्छरदानी लगाकर सोने अपने अगल-बगल पानी का जमाव नहीं होने देंने को लेकर अपील की जा रही है। साथ ही जमे हुए जल में विभाग के द्वारा लार्वा किटनाशी का छिड़काव किया जा रहा है।
विगत पांच दिनों से राज्य स्तरीय टीम व जिला स्तरीय टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लिट्टीपाड़ा के ग्रामीण क्षेत्र का भ्रमण एवं अनुश्रवण कर रही है। प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं चिकित्सा पदाधिकारी लिट्टीपाड़ा के द्वारा संयुक्त रूप से गांवों का दौरा कर रहे है। यदि किसी गांव में कोई मरीज इलाज करने से कतरा रहे हैं तो प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा उनको क्षेत्रीय भाषा में समझा कर उनका इलाज कराया जा रहा है।
आज विभाग के द्वारा बड़ा कुटलो गांव में 169 परिवार को मच्छरदानी दिया गया। साथ ही उन्हें सोने के वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करने को लेकर जागरूक किया गया। किसी भी परिस्थिति में उपायुक्त महोदय पाकुड़ एवं सभी प्रशासनिक पदाधिकारी के सहयोग से लिट्टीपाडा की चिकित्सा टीम बीमारियों से निपटने के लिए तत्पर है। उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने ग्रामीण से नहीं घबराने की अपील की है। उपायुक्त महोदय ने कहा कि जिला प्रशासन एवम स्वास्थ्य विभाग बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरीके से तैयार है। जिले के स्वास्थ्य विभाग के पास मामले से निपटने के लिया पर्याप्त इंतजाम है।