[ad_1]
रविकांत कुमार/मधेपुरा: आमतौर पर होटलों में मछली का घर जैसा स्वाद नहीं मिलता है. इस कारण से घर से बाहर लोग ज्यादातर मटन या चिकन खाना ही पसंद करते हैं. लेकिन अब अगर आपको घर जैसा स्वाद वाला मछली खाना हो, तो एनएच 107 पर मुरलीगंज सिनेमा चौक के समीप बिपिन बिहारी लाइन होटल आना होगा. यहां बनी लोकल मछली का स्वाद ऐसा होता है कि आप उंगली चाटते रह जाएंगे. होटल के संचालक नवीन कुमार ने बताया कि- इस होटल को 40 वर्ष से भी अधिक समय हो गया है.
नवीन ने बताया कि- उनके दादाजी काफी स्वादिष्ट मछली बनाते थे. उन्होंने यह गुण अपने बेटे को भी सिखाया.अब नवीन ने अपने पिता से यह गुण सीखा है. मसाला हो या तेल, सभी उच्च क्वालिटी का इस्तेमाल करते हैं. आज भी वह दादाजी के फार्मूले से घर पर मसाला तैयार करवाते हैं. वह बताते हैं कि सुबह 7 बजे होटल खुल जाता है और 9 बजे तक मछली चावल बन कर तैयार हो जाता है. देर रात 10 बजे तक होटल खुला रहता है. वैसे तो वे चिकन और मटन भी बनाते हैं, लेकिन उनके मछली-चावल फेमस है.
मछली के हिसाब से बदल जाता है रेट
नवीन बताते हैं कि-उनके होटल का फिक्स रेट नहीं है. 100 से लेकर 200 रुपए तक प्लेट का रेट है. ऐसा इसलिए कि जिस दिन जिस प्रकार की मछली आती है, उस प्रकार से प्लेट का रेट तय करते हैं. क्योंकि लोकल मछलियां महंगी होती है और अलग-अलग प्रकार के अलग-अलग दिन उपलब्ध रहते हैं. नवीन ने बताया कि- यहां सिर्फ लोकल मछली ही बनाई जाती है. इसके लिए वे इस क्षेत्र के मल्लाहों से संपर्क बनाए हुए हैं.
3 km तक नहीं लगता डिलीवरी चार्ज
होटल संचालक नवीन ने बताया कि- ग्राहकों का भरपूर सहयोग मिल रहा है. यही वजह है कि लोग यहां खाते भी हैं और पार्सल करा कर घर भी ले जाते हैं. नवीन ने बताया कि यहां होम डिलीवरी की भी सुविधा उपलब्ध है. अगर 3 किलोमीटर के अंदर का कोई आर्डर आता है तो उन्हें बिना किसी चार्ज के डिलीवरी किया जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि अगर हम पढ़ाई कर कोई रोजगार करते तो सिर्फ अपना गुजारा कर रहे होते. लेकिन जिस तरह से दादाजी की विरासत को पिताजी ने संभाला और फिर पिताजी के साथ हमने इस व्यवसाय को संभाला है, इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो पा रहा है.
.
Tags: Bihar News, Local18, Madhepura news
FIRST PUBLISHED : June 29, 2023, 11:48 IST
[ad_2]
Source link