पाकुड़ । जिला मुख्यालय के रानी ज्योतिर्मयी स्टेडियम में जिला प्रशासन और जेएसएलपीएस के संयुक्त तत्वाधान में प्रारंभ किए गए तीन दिवसीय राष्ट्रीय जूट महोत्सव का समापन बुधवार को सांसद विजय हांसदा के द्वारा किया गया।
समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे राजमहल लोकसभा के सांसद विजय हांसदा, जेएसएलपीएस के सीईओ सूरज कुमार, उपायुक्त वरुण रंजन, पुलिस अधीक्षक एच.पी जनार्दनन, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार ने संयुक्त रूप से समापन कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद विजय हांसदा ने सबसे पहले उक्त महोत्सव के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और संबंधित सभी संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार पाकुड़ और साहिबगंज जिला के जूट की खेती में जुटे हुए किसानों के उत्थान को लेकर लगातार सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का संकेत दे रही थी और यह जूट महोत्सव का आयोजन सकरात्मक सोच की पहली कड़ी है। जूट से जुड़े किसानों को आने वाले दिनों में कई सौगात देने की तैयारी राज्य सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य की पहचान खनिज से की जाती है परंतु राज्य सरकार राज्य की पहचान जमीन से उगने वाली फसल के रूप में करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जूट से जुड़े किसान का उत्थान हो और उन्हें उनके उत्पाद का सही कीमत मिले इसका प्रयास राज्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि यहां के फसल विदेश में भी जाए इसको लेकर भी राज्य सरकार कार्य योजना बना रहे हैं। सांसद ने जूट से जुड़े किसानों समस्याओं के समाधान को लेकर हर संभव सहयोग करने की बात भी कही।
मौके पर मौजूद उपायुक्त वरुण रंजन ने जूट महोत्सव के सफल आयोजन को लेकर इससे जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्य सरकार के सकारात्मक सोच के कारण ही यह महोत्सव पाकुड़ जिला में संभव हो पाया और तीन दिनों तक इससे जुड़े किसानों को वैज्ञानिक सलाहकार व उद्यमियों के द्वारा जूट की खेती के टेक्निकल पहलुओं की जानकारी दी गई और निश्चित ही इन पहलुओं का लाभ यहां के किसान उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव आयोजन करना एक चुनौती थी लेकिन सभी लोगों के सकारात्मक प्रयास से यह आयोजन पूरी तरह से सफल रही है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के दौरान जो बाहर से आए हुए लोग द्वारा स्टाल लगाए थे उसमें 4 लाख की खरीद बिक्री हुई। इसके साथ साथ रोजगार मेला के जरिए 18 कंपनियों के द्वारा स्टाल लगाए गए थे जिसमें से 421 लोगों को प्लेसमेंट विभिन्न कंपनियों के द्वारा किया गया।
मौके पर मौजूद जेएसएलपीएस के सीईओ सूरज कुमार ने से जुड़े किसानों के लिए कौन-कौन से आनेवाले दिनों के लिए योजना बनाई गई है इसकी विस्तृत रिपोर्ट पेश किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य था पाकुड़ और साहिबगंज से जुड़े जूट के किसानों की बातों को केंद्र व राज्य सरकार के पास पहुंचाना।
उन्होंने कहा कि जेएसएलपीएस किसी पहचान की मोहताज नहीं है आज जेएसएलपीएस से जुड़ कर दिदियां एक नई मुकाम हासिल कर रही है। जेएसएलपीएस के माध्यम से एक जोहार योजना चलाई जाती है इस योजना के माध्यम से 3 साल में 20 कंपनियों ने 130 करोड़ का बिजनेस किया है यह कंपनियां दीदी लोगों की है। सभी किसानों का पहला कदम है जूट कि उत्पादन को बढ़ाना।
मौके पर जेसीआई से जुड़े कई वैज्ञानिकों ने भी अपने विचार को साझा किया। समापन सत्र का धन्यवाद ज्ञापन जेएसएलपीएस के डीपीएम प्रवीण मिश्रा के द्वारा किया गया।
वही मौके पर कई किसान व स्टॉल लगाने वाले संस्थाओं को पुरस्कृत भी किया गया। समापन के बाद माननीय सांसद व उपायुक्त समेत अन्य अतिथियों ने स्टॉल का निरीक्षण किया और जूट से बने हुए सामान की खरीदारी भी किया।
मौके पर उप विकास आयुक्त शाहिद अख्तर, अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, जिला आपूर्ति पदाधिकारी संजय कुमार दास, जिला विशेष कार्य पदाधिकारी विकास कुमार त्रिवेदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, जिला योजना पदाधिकारी अनूप कुजूर, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।