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रिपोर्ट- प्रियांक सौरभ
मुजफ्फरपुर. त्रेतायुग में रावण की कैद से श्रीरामचंद्र जी ने सीता माता को मुक्त कराया, लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर में बीते सात सालों से सीता माता और लक्ष्मण जी की मूर्ति साहेबगंज थाना के मालखाना में कैद हैं, जो कोर्ट के आदेश के बाद भी आजतक रिलीज नहीं किया गया है.
दरअसल 22 जून 2016 को साहेबगंज थाना क्षेत्र के साहेबगंज बाजार के निकट प्रतापपट्टी मोहल्ला स्थित बलराम दास रामजानकी मंदिर में चोरो ने मंदिर का दरवाजा तोड़कर अष्टधातु से बनी राम जानकी और लक्ष्मण की मूर्ति में से राम जी को छोड़कर सीता माता और लक्ष्मण जी की मूर्ति चुरा ली. मामले में मंदिर के पुजारी दयानन्द मिश्र ने स्थानीय थाना में FIR दर्ज कराया.
घटना के ठीक दो दिन बाद चोरों ने मूर्ति को दास पोखर जिराती टोला परिसर में फेंक दिया. चोरी के दो दिन बाद ही मूर्ति बरामद होने पर साहेबगंज पुलिस खुद का पीठ थपथपाने लगी, और मूर्तियों को जब्त कर थाने में रख दिया. जिसके बाद पुजारी ने उपखण्ड न्यायिक दंडाधिकारी के पास 20 मार्च 2017 को मूर्ति को रिलीज कराने की गुहार लगाई. कोर्ट ने मामले में थाना से प्रतिवेदन मांगा, जिसे तत्कालीन थानाध्यक्ष ने सौंप दिया.
बीते 27 अप्रैल 2023 को कोर्ट ने मूर्ति को रिलीज करने का ऑर्डर जारी कर दिया है, लेकिन मंदिर के पुजारी और समिति के लोग मूर्ति के रिलीज के लिए थाने का चक्कर लगा रहें हैं, लेकिन थाना द्वारा मूर्ति रिलीज नहीं किया जा रहा है. ऐसे में करीब डेढ़ महीने बीत जाने के बाद भी कोर्ट के आदेश के बावजूद मूर्ति रिलीज नहीं किया गया है. हालांकि मामले में साहेबगंज थाना प्रभारी से पूछे जाने पर बताया गया कि तत्कालीन मालखाना प्रभारी की मृत्यु हो चुकी है, मूर्ति खोजा जा रहा है, मिलेगी तो रिलीज कर दिया जाएगा.
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Tags: Bihar News, Muzaffarpur news
FIRST PUBLISHED : June 30, 2023, 08:38 IST
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