पाकुड़। स्व० प्रह्लाद रजक की पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति में रविवार को उनके आवास पर उनके पुत्र कार्तिक कुमार सहित रजक परिवार ने श्रद्धांजलि सह संस्मरण सभा का आयोजन किया। सभा में समाज के तमाम गणमान्य लोग शामिल हुए। सबों ने उनकी तश्वीर पर पुष्पार्चन कर उन्हें नमन किया। उल्लेखनीय है कि स्व रजक एक कर्मठ, समर्पित, ईमानदार व प्रखर व्यक्तित्व वाले प्रशासनिक अधिकारी रहे।
वो जहां भी रहे उनके साहशिक और निष्पक्ष कार्यशैली की चर्चा रही। श्रद्धांजलि सभा के दौरान अपने दो शब्द के संबोधन में स्थानीय नागरिकों ने बारी- बारी से उनके असाधारण प्रतिभा पर प्रकाश डाला। कहा : वो निडर थे। अपने फैसले पर अडिग रहते थे। समाज को हर परेशानी से उबारते थे। आमोखास सबों की सुनते थे। वो अनुकरणीय थे। अवकास प्राप्ति के बाद भी प्रशासन में उनकी हनक थी। उनका न रहना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
इस दौरान पूजा व भजन का आयोजन भी किया गया। सभा पूर्व डी डी सी मुकुंद दास, जिला परिषद अध्यक्ष जूली हेंब्रम, वयोवृद्ध महेंद्र भगत, बासू मंडल, मो इशाक, नरेशकान्त साह, रामदेव भगत, नारायण भगत, रामजी भगत, बबलू भगत, अवकासप्राप्त शिक्षक व शिक्षिका मंगल मूर्मू एवं फूलकुमारी देवी, विजय भगत, संजय भगत, मंटू भगत, संजय रजक, सरोज मंडल, कुंदन भगत, मो लियाकत अली, किंकर लाडला, संतोष रजक, आदि सैकड़ों ग्रामीण महिला – पुरुष मौजूद थे।