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पटना, 13 अक्टूबर (भाषा) बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष राजवर्धन आजाद को राज्य विधान परिषद के लिए नामित किया गया है, इसकी आधिकारिक अधिसूचना शुक्रवार को दी गई।
गजट अधिसूचना के अनुसार, आजाद का नामांकन पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाह के इस्तीफे से रिक्त हुई एक सीट की पृष्ठभूमि में हुआ है।
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इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाले कुशवाहा ने 24 फरवरी को अपनी परिषद की सदस्यता छोड़ दी थी।
आज़ाद पूर्व में एक प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ और एम्स, दिल्ली में नेत्र विज्ञान विभाग के संकाय सदस्य रहे हैं।
नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले आजाद ने 2014 में झारखंड के गोड्डा से जेडीयू के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई थी। उन्हें 2019 में आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था।
उनके दिवंगत पिता भागवत झा आज़ाद 1980 के दशक के अंत में बिहार के मुख्यमंत्री थे, जबकि उनके भाई कीर्ति आज़ाद एक टेस्ट क्रिकेटर से राजनेता बने हैं, जो पहले भाजपा के साथ थे लेकिन अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के साथ हैं।
बिहार विधान परिषद में 75 सीटें हैं और इसके सदस्य विधानसभा, स्थानीय निकायों, स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों से चुने जाते हैं, या राज्य सरकार की सिफारिश पर राज्यपाल द्वारा नामित होते हैं। पीटीआई एनएसी एनएन
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