दुर्घटना ने छीने पैर, लेकिन नहीं छीन सकी जीने की आस
पाकुड़ जिले की सीतापहाड़ी पंचायत के निवासी टुटूल खान के जीवन में छह वर्ष पूर्व एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने उनकी दुनिया को पूरी तरह बदल दिया। अपने घर पर एक राजनीतिक पार्टी का झंडा लगाते समय वे बिजली के तार की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना में उन्हें अपने दोनों पैर गंवाने पड़े, जिससे न केवल उनका शरीर विकलांग हुआ, बल्कि पूरे परिवार पर जीविका और भविष्य की चिंता का पहाड़ टूट पड़ा।
परिवार की टूटी हिम्मत, लेकिन आशा बना एक समाजसेवी
जहां एक ओर टुटूल खान और उनका परिवार निराशा और हताशा के अंधेरे में डूब चुका था, वहीं दूसरी ओर समाजसेवी अजहर इस्लाम ने उम्मीद की लौ जलाने का कार्य किया। पूर्व एनडीए प्रत्याशी रहे अजहर इस्लाम ने न केवल इस परिवार का हाल जाना, बल्कि बिना किसी प्रचार और अपेक्षा के निःस्वार्थ भाव से सहायता का हाथ बढ़ाया।
साप्ताहिक खर्च का लिया जिम्मा, बनी आर्थिक संबल की मिसाल
टुटूल खान की विकलांगता ने उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता से वंचित कर दिया था। ऐसी स्थिति में अजहर इस्लाम ने उनका साप्ताहिक खर्च अपने जिम्मे लेकर यह सुनिश्चित किया कि टुटूल और उनका परिवार भूखा न सोए और मानव गरिमा के साथ जीवन जी सके। यह कोई एक बार की मदद नहीं थी, बल्कि लगातार किया गया समर्थन था जो उन्हें संबल देता रहा।
चुनाव के बाद भी नहीं छोड़ा साथ, खुद के खर्च पर लगवाए कृत्रिम पैर
सहायता की इस कहानी की सबसे प्रेरणादायक कड़ी तब देखने को मिली जब चुनाव समाप्त होने के बाद भी अजहर इस्लाम ने अपनी जिम्मेदारी को जारी रखा। उन्होंने टुटूल खान को राजस्थान भेजकर अपने निजी खर्च पर कृत्रिम पैर लगवाने की संपूर्ण व्यवस्था की। यह केवल एक सहायता नहीं, बल्कि स्वावलंबन और आत्मविश्वास की दिशा में एक बड़ा कदम था।
आज खड़े हैं अपने पैरों पर, शुरू किया जीवन का नया अध्याय
टुटूल खान आज अपने कृत्रिम पैरों के सहारे न केवल चलने-फिरने लगे हैं, बल्कि उन्होंने नए उत्साह और आत्मबल के साथ जीवन की नई शुरुआत भी कर दी है। उनका चेहरा आज फिर से मुस्कान से दमक रहा है और परिवार में संतुलन और विश्वास लौट आया है।
सेवा की इस मिसाल ने जीता दिल, बनी मानवता की पहचान
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि राजनीति से परे भी समाज सेवा का एक मानवीय चेहरा होता है। अजहर इस्लाम का यह कदम केवल एक व्यक्ति की मदद नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मकता और सहानुभूति के बीज बोने जैसा था। यह कार्य इंसानियत की मिसाल बन चुका है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
अजहर इस्लाम—राजनीति से परे एक संवेदनशील व्यक्तित्व
पूर्व एनडीए प्रत्याशी और समाजसेवी अजहर इस्लाम ने यह साबित किया है कि सच्चे जनप्रतिनिधि वही होते हैं जो चुनाव के बाद भी जनता के साथ खड़े रहते हैं। उनका यह कार्य न केवल सेवा भावना का परिचायक है, बल्कि पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के लिए गौरव का विषय भी है।