पाकुड़, 3 जनवरी 2025: जिले के 36 ग्राम पंचायतों में “सबकी योजना, सबका विकास” अभियान के अंतर्गत महिला सभा का आयोजन किया गया। इन सभाओं की अध्यक्षता महिला संगठन के अध्यक्षों ने की, जिसमें महिलाओं और किशोरियों की व्यापक भागीदारी रही।
सभा का उद्देश्य और परिचय
महिला सभा की शुरुआत ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल द्वारा की गई। इसमें वीपीआरपी (ग्राम पंचायत विकास योजना) के लिए नामित सदस्यों ने सभी उपस्थित महिलाओं और किशोरियों को परिचयात्मक सत्र में शामिल किया। सभा के उद्देश्य में ग्राम पंचायत विकास अभियान की विस्तृत जानकारी देना और पंचायत स्तर पर स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को रेखांकित करना शामिल था।
महिलाओं को जागरूक करने की पहल
सहजकर्ताओं ने महिला समूहों को सतत विकास लक्ष्यों के महत्व और इनके चयन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से समझाया। महिलाओं को उन विषयों और कारकों की पहचान करने के लिए प्रेरित किया गया, जो उनके जीवन को प्रभावित करते हैं।
विज्ञापन
चर्चा के मुख्य बिंदु:
- महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य।
- बालिका सशक्तिकरण।
- पंचायत क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का विकास।
- स्वच्छता, पेयजल और पर्यावरण संरक्षण।
- महिला रोजगार और आजीविका के अवसर।
कार्य योजना का निर्माण
महिलाओं ने उन चुनौतियों और मुद्दों को रेखांकित किया, जो पंचायत में सुधार और विकास के लिए आवश्यक हैं। इन विषयों के आधार पर कार्य योजना का निर्माण किया गया। इस प्रक्रिया में महिलाओं ने न केवल अपने विचार साझा किए बल्कि अपने अनुभवों से सुझाव भी दिए।
ग्रामवार समेकन और प्रस्तुति
सभा के अंत में, सहजकर्ता ने पंचायत स्तर पर महिलाओं द्वारा सुझाए गए विचारों का समेकन किया। इसके बाद, तैयार की गई योजनाओं को सभा के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिससे सभी ने सहमति व्यक्त की।
महिला सहभागिता का संदेश
महिला सभा के माध्यम से महिलाओं और किशोरियों को पंचायत विकास की प्रक्रिया में शामिल करने का सराहनीय प्रयास किया गया। यह पहल न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी बल्कि पंचायत स्तर पर विकासशील योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने में भी मदद करेगी।
महिला सभा का यह आयोजन “सबकी योजना, सबका विकास” अभियान के अंतर्गत सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से पंचायत स्तर पर विकास कार्यों में नई ऊर्जा और दृष्टिकोण जुड़ रहा है।