पाकुड़। जिला शिक्षा अधीक्षक मुकुल राज ने कहा कि विश्व साक्षरता दिवस आज पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। साक्षरता के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। साक्षरता न केवल लोगों को सम्मान के साथ जीने में मदद करती है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाती है। साक्षरता एक अधिकार है।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने 1966 में 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में घोषित किया था, तब से हर वर्ष इसे इस दिन को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2023 में यह पता लगाया जाएगा कि साक्षरता कैसे मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए एक ठोस आधार बनाने में योगदान कर सकती है। इस बार साक्षरता और गैर-साक्षर युवाओं और वयस्कों के लिए आवश्यक डिजिटल स्किल के बीच जरूरी स्टेप्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि क्या तकनीक-सक्षम साक्षरता सीखने को समावेशी और सार्थक बनाता है, ताकि कोई पीछे न छूटे। विश्व साक्षरता दिवस 2023 एक पहल है जो युवाओं को साक्षर होने और साक्षरता विभाजन को रोकने के लिए जागरूकता को बढ़ाती है।
इस कार्यक्रम में एडीपीओ जयेंद्र मिश्रा, एरिया ऑफिसर जुही रानी, बीईईओ पाकुड़ सुमिता मरांडी, डाइट प्रभारी राकेश रजक, लिपिक पंकज कुमार, सदेक अली, सभी प्रखंड के अध्यक्ष,संजोजिका, भूषण कुमार उपस्थित थे।