पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) रांची के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) पाकुड़ द्वारा 90 दिवसीय आउटरीच सह विधिक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़, शेष नाथ सिंह के नेतृत्व में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम उत्क्रमिक मध्य विद्यालय नवादा और उत्क्रमित +2 विद्यालय इलामी समेत अन्य विद्यालयों में चलाया गया।
नशे की बुराइयों पर केंद्रित सत्र
इस कार्यक्रम में नशीली दवाओं और नशे के दुष्प्रभाव पर विशेष सत्र आयोजित किया गया। उपस्थित छात्रों को बताया गया कि नशे की लत शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से किस प्रकार हानिकारक हो सकती है। इसके अलावा, नशे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। छात्रों को जागरूक करते हुए नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
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मौलिक अधिकार और कर्तव्यों की जानकारी
जागरूकता अभियान के दौरान छात्रों को मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्हें यह समझाया गया कि संविधान में दिए गए अधिकारों का उपयोग कैसे करना है और उनके कर्तव्यों का पालन कर समाज में एक सकारात्मक योगदान कैसे दिया जा सकता है।
निशुल्क कानूनी सहायता पर विशेष जानकारी
डालसा पाकुड़ द्वारा प्रदान की जाने वाली निशुल्क कानूनी सहायता के बारे में भी विस्तार से बताया गया। छात्रों और उपस्थित जनसमूह को यह जानकारी दी गई कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से जरूरतमंद लोग कैसे कानूनी सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्ग को न्यायिक प्रक्रियाओं तक आसानी से पहुंच प्रदान करना है।
पैरा लीगल वॉलंटियर्स की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में पीएलवी (पैरा लीगल वॉलंटियर्स) की भी अहम भागीदारी रही। इस अवसर पर कमला राय गांगुली, अमूल्य रत्न रविदास और अजारुल शेख उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को जागरूक करने के साथ-साथ उनके सवालों का जवाब भी दिया। इसके अलावा, अन्य पैरा लीगल वॉलंटियर्स ने अपने कार्य क्षेत्रों में इस अभियान की जानकारी दी और जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन किया।
समाज में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास
यह 90 दिवसीय अभियान समाज में न्यायिक जागरूकता और कानूनी साक्षरता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों, शिक्षकों और समाज के अन्य वर्गों को कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। डालसा का यह प्रयास समाज को न्याय और विधिक साक्षरता के साथ जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अभियान को व्यापक स्तर पर सराहना
इस अभियान को स्थानीय स्तर पर व्यापक सराहना मिल रही है। कार्यक्रमों में छात्रों की सक्रिय भागीदारी और उनकी रुचि ने इसे और भी प्रभावी बना दिया है। डालसा का यह प्रयास न केवल नशे जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाने में सहायक है, बल्कि समाज के हर वर्ग को न्याय तक पहुंचाने का एक सफल प्रयास भी है।
भविष्य में और अधिक गतिविधियों की योजना
डालसा ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यह अभियान आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों तक पहुंचे। भविष्य में अन्य विद्यालयों और संस्थानों में भी इसी प्रकार के जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें।