समाहरणालय परिसर से हुआ जागरूकता रथ का शुभारंभ
पाकुड़। समाहरणालय परिसर से स्पर्श कुष्ठ जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त मनीष कुमार, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का और अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन उपस्थित थे। यह रथ कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इससे जुड़ी भ्रांतियों को समाप्त करने के उद्देश्य से रवाना किया गया।
कुष्ठ जागरूकता अभियान की समयावधि
उपायुक्त मनीष कुमार ने जानकारी दी कि जिले में 30 जनवरी से 14 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत जागरूकता रथ जिले के हर ब्लॉक में पहुंचकर लोगों को कुष्ठ रोग के लक्षण, पहचान और उपचार के प्रति जागरूक करेगा।
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रथ की भूमिका और उद्देश्य
जागरूकता रथ के माध्यम से लोगों को कुष्ठ रोग से संबंधित जानकारी दी जाएगी। रथ पर पोस्टर और ऑडियो संदेश के जरिए लोगों को यह बताया जाएगा कि कुष्ठ रोग संक्रामक जरूर है, लेकिन इसका इलाज संभव है। रथ के जरिए आमजन को समय पर जांच और इलाज के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा, लोगों को एमडीटी (मल्टी ड्रग थेरेपी) लेने के महत्व और सावधानियों के बारे में भी बताया जाएगा।
कुष्ठ रोग के लक्षण और इलाज पर जागरूकता
उपायुक्त ने कहा कि कुष्ठ रोग के बारे में फैली भ्रांतियों को दूर करना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि यदि कुष्ठ रोग के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो इसका संपूर्ण इलाज संभव है। जागरूकता अभियान के जरिए यह संदेश दिया जाएगा कि कुष्ठ रोगी को समाज में अलग-थलग करने के बजाय उनका सहयोग और सही उपचार करना चाहिए।
सभी ब्लॉकों तक पहुंचेगा रथ
जागरूकता रथ जिले के सभी ब्लॉकों में भ्रमण करेगा और ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जागरूकता फैलाएगा। इसके माध्यम से लोगों को बताया जाएगा कि समय पर इलाज कराने से कुष्ठ रोग से जुड़ी जटिलताओं को रोका जा सकता है। जागरूकता रथ पर दिखाए गए संदेश और वीडियो लोगों को इस रोग के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
प्रशासन की प्रतिबद्धता
उपायुक्त ने कहा कि यह अभियान न केवल कुष्ठ रोग के मामलों में कमी लाने का प्रयास है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक अहम कदम भी है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और अधिकारियों से इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी मेहनत और समर्पण से काम करने का आग्रह किया।
जनता से अपील
इस अवसर पर उपायुक्त ने जिले के नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने आसपास के लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लें और समय पर इलाज कराएं।
सामाजिक सहयोग की आवश्यकता
कुष्ठ जागरूकता अभियान के माध्यम से जिला प्रशासन ने यह संदेश दिया कि समाज के सहयोग के बिना किसी भी रोग से लड़ना मुश्किल है। लोगों को रोगियों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए और उन्हें बेहतर उपचार के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
यह अभियान न केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि समाज को जागरूक और संवेदनशील बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। जागरूकता रथ के माध्यम से इस अभियान को सफल बनाने की पूरी तैयारी की गई है।