अमड़ापाड़ा स्थित प्रकृति विहार पार्क का निरीक्षण
पाकुड़। जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड स्थित प्रकृति विहार पार्क का निरीक्षण उपायुक्त मनीष कुमार और उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने किया। इस दौरान उन्होंने पार्क की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया और इसके संरक्षण, मरम्मत और जीर्णोद्धार से जुड़ी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और अंचल अधिकारी (सीओ) भी उपस्थित रहे, जिन्हें उपायुक्त ने पार्क के रखरखाव को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
पार्क के जीर्णोद्धार पर दिया गया जोर
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने पार्क की दुर्दशा और सुविधाओं की कमी पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पार्क के पुनरुद्धार और सौंदर्यीकरण के लिए जल्द से जल्द कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि यह पार्क स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल हो सकता है, इसलिए इसके विकास में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बीडीओ और सीओ को सौंपा गया जिम्मा
पार्क की बेहतर देखभाल और पुनर्निर्माण कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रमोद कुमार गुप्ता और अंचल अधिकारी औसाफ अहमद खां को जिम्मेदारी सौंपी गई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि पार्क की मौजूदा स्थिति का विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए और संभावित विकास कार्यों की रूपरेखा बनाई जाए।
पार्क को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की योजना
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रकृति विहार पार्क को एक आकर्षक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए उन्होंने निर्देश दिया कि पार्क में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए, हरे-भरे पेड़ों और फूलों की संख्या बढ़ाई जाए, बेंच और वॉकिंग ट्रैक का निर्माण किया जाए। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि स्थानीय लोगों को इस पार्क से जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
स्थानीय लोगों को मिलेगा लाभ
पार्क के विकास से स्थानीय लोगों को स्वच्छ और सुंदर वातावरण मिलेगा, जहां वे योग, मॉर्निंग वॉक, बच्चों के मनोरंजन और पारिवारिक सैर-सपाटे का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा, यदि पार्क को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाता है तो इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता
उपायुक्त ने कहा कि पार्क का पुनरुद्धार प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल है और इसे जनता के लिए एक खूबसूरत और सुरक्षित स्थल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पुनर्विकास कार्यों में पारदर्शिता बरती जाए और उच्च गुणवत्ता वाले निर्माण कार्य सुनिश्चित किए जाएं।
यह निरीक्षण इस बात का संकेत है कि प्रशासन जिले के पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन विकास को लेकर गंभीर है। आने वाले समय में प्रकृति विहार पार्क न केवल स्थानीय लोगों के लिए मनोरंजन का केंद्र बनेगा, बल्कि बाहरी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा।