रांची । झारखंड की उपराजधानी दुमका में 23 अगस्त 2022 को सनकी आशिक ने एकतरफा प्यार में अंकिता नाम की लड़की पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी। इस घटना की वजह से उक्त लड़की की जान चली गयी। इस मामले को झारखंड हाईकोर्ट ने 30 अगस्त 2022 को स्वत: संज्ञान लिया था।
इसी कड़ी में इस मामले की आज चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में सुनवाई हुई। जहां सुनवाई के दौरान अदालत ने एमिकस क्यूरी रमित सत्येंद्र से पीड़ित परिवार को अब तक मिले लाभ के बारे जानकारी मांगी। इसके जवाब में एमिकस क्यूरी रमित सत्येंद्र ने अदालत को बताया कि परिवार को अब तक 10 लाख रुपये राज्य सरकार की ओर से दिए गए हैं। इस पर कोर्ट ने अगली सुनवाई के दौरान पूरी जानकारी देने को कहा है।
केंद्र सरकार नहीं दाखिल कर सकी स्टेटस रिपोर्ट
आज की सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से स्टेटस रिपोर्ट दिया जाना था, जो दाखिल नहीं किया जा सका। दरअसल इस मामले में सुनवाई के दौरान पिछली सुनवाई में कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि देवघर, एम्स में बर्न वार्ड कब तक बन कर तैयार हो जाएगा। केंद्र सरकार और एम्स, देवघर की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता प्रशांत पल्लव ने कोर्ट को बताया था कि स्थानीय सांसद ने भी अपने स्तर पर पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दी है। उनकी ओर से 28 लाख का फंड जमा किया गया है।
राज्य सरकार ने दिया था शपथ पत्र
स्वत: संज्ञान के इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से शपथ पत्र दिया गया था। राज्य सरकार ने शपथ पत्र दाखिल कर बताया था कि मामले में दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुका है। ट्रायल जारी है। राज्य सरकार की ओर से घटना के समय ही परविार को आर्थिक मदद दी थी। जांच की जा रही है।
क्या है मामला
एकतरफा प्यार में विफल रहने के बाद दुमका के शाहरूख हुसैन नामक युवक ने 12वीं की छात्रा पर 23 अगस्त, 2022 को पेट्रोल छिड़कर उसके ही घर में ही जला दिया गया था। बेहद गंभीर स्थिति में उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था। जहां 28 अगस्त 2022 को हो गई।