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धनबाद39 मिनट पहले
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एसएनएमएमसीएच के एनआईसीयू में एक वार्मर में 2 से 3 बच्चे।
एसएनएमएमसीएच के शिशु रोग विभाग के नियाेनेटर इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) में बेड की संख्या जल्द बढ़ेगी। डीएमएफटी फंड से 10 वार्मर की खरीदारी के प्रस्ताव काे मंजूर कर लिया गया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से अस्पताल के लिए कई जरूरी सुविधाओं के लिए मशीन-उपकरणाें की खरीदारी के लिए डीएमएफटी काे प्रस्ताव भेजा गया था।
इन प्रस्तावाें पर डीएमएफटी प्रबंधन ने मुहर लगा दी है। अब खरीदारी के लिए जल्द टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बताते चलें कि डीएमएफटी फंड से मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कई कार्य कराए गए हैं। काेराेना काल में पीएसए प्लांट, किट, दवा और अन्य जरूरत की चीजाें के साथ अस्पताल के किचन के लिए ऑटोमेटिक रोटी मेकर मशीन दी गई थी।
एसएनएमएमसीएच के एनआईसीयू में अब हो जाएंगे 20 वार्मर
एसएनएमएमसीएच के एनआईसीयू में फिलहाल 10 वार्मर है, लेकिन यहां हमेशा मरीजाें की संख्या क्षमता से दाे से तीन गुना अधिक रहती है। यानी एक वार्मर में दाे-तीन बच्चों काे एक साथ रखकर इलाज करना पड़ता है। चूंकि एनआईसीयू में नवजात बच्चाें काे रखा जाता है। ऐसे में एक साथ कई बच्चाें के एक वार्मर में रहने से संक्रमण का खतरा बना रहता है। दस अतिरिक्त वार्मर मिलने पर खतरे की यह आशंका खत्म हाे जाएगी।
किडनी मरीजों के लिए 5 मशीनें
डीएमएफटी ने 5 डायलाइजर मशीन खरीदने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। फिलहाल 5 डायलाइजर मशीनों से रोज 10-15 मरीजों का डायलिसिस हाे पाता है। मशीनें बढ़ने के बाद राेज 30 मरीजाें का डायलिसिस हाे पाएगा।
योजनाओं को मिली स्वीकृति
डीएमएफटी को शिशु रोग विभाग, डायलिसिस यूनिट व अन्य विभागों काे अपग्रेड करने के लिए विस्तृत योजना तैयार कर दी गई थी। याेजनाओं काे मंजूर कर लिया गया है। डाॅ एके वर्णवाल, अधीक्षक
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