स्थापना दिवस पर मानवीय सेवा का अद्भुत उदाहरण
जिला पाकुड़ के स्थापना दिवस के अवसर पर मानवता की भावना को बढ़ावा देते हुए जाहरुल शेख ने एक बार फिर से रक्तदान कर जरूरतमंद की मदद की। सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में कोटलपोखर विजयपुर की 12 वर्षीय रुबियाना खातून को थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझने के कारण रक्त की आवश्यकता थी।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्ची को रक्त की जरूरत
रुबियाना खातून, जो पिछले तीन सालों से थैलेसीमिया से पीड़ित है, को डॉक्टरों ने O-पॉजिटिव रक्त चढ़ाने की सलाह दी। इंसानियत फाउंडेशन, जो पिछले तीन वर्षों से इस बच्ची की मदद करता आ रहा है, ने इस बार भी अपनी मानवीय जिम्मेदारी निभाई और तुरंत रक्त की व्यवस्था की।
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जाहरुल शेख ने छठी बार किया रक्तदान
इंसानियत फाउंडेशन के सचिव बानिज शेख ने अपने दोस्त जाहरुल शेख से संपर्क किया, जिन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के पाकुड़ रक्त अधिकोष जाकर छठी बार रक्तदान किया। जाहरुल शेख ने कहा, “रक्तदान न केवल दूसरों की जिंदगी बचाता है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। युवा पीढ़ी को रक्तदान जैसे नेक कार्यों में हिस्सा लेना चाहिए।”
स्थापना दिवस पर मानवता का संदेश
जिला पाकुड़ के स्थापना दिवस पर इस मानवीय सेवा ने यह संदेश दिया कि विकास और समर्पण केवल भौतिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। इस तरह की घटनाएं समाज में सहानुभूति और सहायता की भावना को मजबूत करती हैं।
सहयोग में जुटे साथी और स्वास्थ्यकर्मी
इस अवसर पर मांजारुल शेख, अजफारुल शेख, नाजमूल हुसैन, लवली कुमारी और स्वास्थ्यकर्मियों में नवीन कुमार और पियूष दास भी मौजूद थे। इन सभी ने मिलकर रक्तदान की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया और बच्ची के परिवार को राहत दी।
थैलेसीमिया के प्रति जागरूकता
थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को बार-बार रक्त की आवश्यकता होती है। ऐसे में इंसानियत फाउंडेशन जैसी संस्थाएं और जाहरुल शेख जैसे रक्तदाता जरूरतमंदों के लिए उम्मीद की किरण बनते हैं। इस स्थापना दिवस पर की गई यह पहल समाज में रक्तदान और मानवता की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणादायक बनी।
समाज के लिए प्रेरणा
जिला पाकुड़ का स्थापना दिवस इस बार मानवीय सेवा का अद्भुत उदाहरण बना। जाहरुल शेख और इंसानियत फाउंडेशन ने यह साबित किया कि सही समय पर किया गया सहयोग कितनी जिंदगियों को बचा सकता है। यह घटना युवाओं को प्रेरित करती है कि वे आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करें और रक्तदान के महत्व को समझें।
स्थापना दिवस पर अनोखी पहल
पाकुड़ के स्थापना दिवस पर इस तरह का कदम न केवल जिले के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह मानवता और सेवा का एक आदर्श उदाहरण भी प्रस्तुत करता है। रक्तदान के माध्यम से दी गई यह सहायता आने वाले समय में लोगों को समाज की भलाई के लिए प्रेरित करती रहेगी।