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हजारीबागएक घंटा पहले
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30 जून को आदिवासी केंद्रीय सरना समिति यंगब्लड आदिवासी समाज व ऑल संथाल यूनियन द्वारा हूल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। हूल दिवस के दिन सर्वप्रथम 11 बजे सिदो-कान्हू मुर्मू चौक हजारीबाग में माल्यार्पण कर दो महीने तक चलने वाले पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत सरहुल मैदान से की जाएगी।
कार्यक्रम को लेकर मनोज टुडू, महेंद्र बैक, महेंद्र कुजूर, सुनील लकड़ा, महेंद्र टोप्पो, विकास टुडू, महेश उरांव, फुलवा कच्छप, महेश पहान, मन्नू तिर्की सहित समाज के लोगो के बीच विचार विमर्श किया जा रहा है।
इस संबंध में मनोज टुडू ने बताया कि कार्यक्रम में चरही, चुरचू , कोर्रा पतरातू, लाखे, सिंघानी से भारी संख्या में आदिवासी समाज के लोग पहुंचेंगे। बता दे कि आदिवासी समाज इस दिन को अपने संघर्ष और अंग्रेजों के द्वारा मारे गए अपने 20 हजार लोगों की याद में मनाते हैं।
जैसा कि शब्दों से स्पष्ट हो रहा है, यह विद्रोह आदिवासियों की संघर्ष गाथा और उनके बलिदान को आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले नायकों को याद करने का खास दिन है। शुक्रवार को समूचे झारखंड में रण बांकुरे सिदो-कान्हू और चांद-भैरव को याद करते हुए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह के प्रतीक के तौर पर हूल दिवस मनाया जाएगा।
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