खाद्यान्न की गुणवत्ता और भंडारण व्यवस्था की हुई जांच
गुरुवार को अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन एवं जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने पाकुड़ प्रखंड स्थित झारखंड स्टेट फूड कॉरपोरेशन (JSFC) गोदाम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोदाम में रखे खाद्यान्न की गुणवत्ता, भंडारण व्यवस्था और साफ-सफाई की विस्तारपूर्वक जांच की गई।
चावल, गेहूं, नमक और चीनी का किया गया मिलान
निरीक्षण के क्रम में गोदाम में रखे चावल, गेहूं, नमक और चीनी के भंडारण का गहन परीक्षण किया गया। अधिकारियों ने भंडार पंजी से इन सामग्रियों का मिलान किया, जो सही पाया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि आवंटित खाद्यान्न का सही तरीके से भंडारण किया गया है और कहीं कोई अनियमितता नहीं है।
साफ-सफाई और रखरखाव पर दिया गया विशेष निर्देश
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने गोदाम की साफ-सफाई और अनाज के रखरखाव को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने गोदाम प्रबंधन को भंडारण प्रक्रिया को और अधिक व्यवस्थित करने, अनाज को सही तापमान और नमी नियंत्रण में रखने तथा खाद्यान्न की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय अपनाने को कहा।
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खाद्यान्न वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने पर जोर
निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन ने कहा कि खाद्यान्न का सही तरीके से भंडारण और वितरण सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि गोदाम में रखे खाद्यान्न की नियमित जांच और गुणवत्ता नियंत्रण आवश्यक है, ताकि लाभार्थियों को सही और स्वच्छ खाद्यान्न प्राप्त हो सके।
भविष्य में भी निरीक्षण जारी रहेगा
जिला प्रशासन द्वारा खाद्यान्न गोदामों की जांच का यह सिलसिला भविष्य में भी जारी रहेगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि समय-समय पर गोदामों की गुणवत्ता जांच कर अनियमितताओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न भंडारण की बेहतर व्यवस्था से ही सरकार की योजनाओं का सही लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच पाएगा।
निरीक्षण के इस अभियान से खाद्यान्न भंडारण और वितरण व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी व सुचारू बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल हुई है।