पाकुड़। मंगलवार को समाहरणालय स्थित परिसर में उपायुक्त मनीष कुमार ने यूडीआईडी शिविर कैंप के प्रचार-प्रसार हेतु जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने शिविर की महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए बताया कि जिले में दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएँ सुनिश्चित करने हेतु यह शिविर लगाया जा रहा है।
18 से 20 दिसंबर तक आयोजित होगा विशेष शिविर
उपायुक्त मनीष कुमार ने बताया कि यूडीआईडी शिविर (Unique Disability ID Card) का आयोजन 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक किया जाएगा। यह शिविर सदर अस्पताल और जिले के सभी प्रखंड स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित होगा। इस दौरान प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों के लिए यूडीआईडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके साथ ही जिन दिव्यांगजनों का अभी तक प्रमाणीकरण नहीं हो पाया है, उनका प्रमाणीकरण शिविर के दौरान किया जाएगा।
दिव्यांगजनों के लिए यूडीआईडी कार्ड का महत्व
उपायुक्त ने बताया कि यूडीआईडी कार्ड दिव्यांगजनों के लिए कई सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाने में सहायक होगा। यह कार्ड उनकी पहचान को प्रमाणित करेगा और उन्हें शैक्षिक, स्वास्थ्य और रोजगार से संबंधित विशेष योजनाओं में भागीदारी का अवसर देगा। साथ ही, यह दिव्यांगजनों के लिए सरकारी सेवाओं तक पहुँच को सरल बनाएगा।
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जिला और प्रखंड स्तर पर सुविधा उपलब्ध
शिविर के आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला और प्रखंड स्तर पर व्यापक तैयारी की गई है। प्रमाणीकरण के बाद दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड जारी किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम तैनात की गई है, जो दिव्यांगजनों की समस्याओं का समाधान करने में मदद करेगी। शिविर में कार्ड निर्गत करने की प्रक्रिया को त्वरित और पारदर्शी बनाने के लिए तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
जागरूकता रथ का उद्देश्य
जागरूकता रथ का उद्देश्य लोगों को इस शिविर के बारे में जागरूक करना और दिव्यांगजनों को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करना है। रथ जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में घूमकर शिविर की जानकारी देगा। इसमें लाउडस्पीकर, पोस्टर और बैनर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि जागरूकता रथ के माध्यम से दिव्यांगजनों और उनके परिवारों को शिविर में उपस्थित होने और यूडीआईडी कार्ड बनवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
जिले में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की पहल
उपायुक्त ने कहा कि सरकार और प्रशासन का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को समाज में समान अधिकार और अवसर प्रदान करना है। यह शिविर उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि प्रशासन दिव्यांगजनों के लिए सशक्तिकरण योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
शिविर में भाग लेने की अपील
उपायुक्त ने जिले के सभी दिव्यांगजनों और उनके परिवारों से शिविर में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि यह शिविर न केवल दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य करेगा, बल्कि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में भी मदद करेगा।
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यूडीआईडी शिविर दिव्यांगजनों को लाभान्वित करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। जागरूकता रथ की शुरुआत और शिविर का आयोजन यह दर्शाता है कि प्रशासन दिव्यांगजनों के हित में ठोस कदम उठा रहा है। इसके माध्यम से दिव्यांगजन समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे और उन्हें उनके अधिकार प्राप्त करने में मदद मिलेगी।