अंबेडकर चौक से विवेकानंद चौक तक चला अभियान
नगर परिषद, पाकुड़ के कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। यह अभियान अंबेडकर चौक से लेकर स्वामी विवेकानंद चौक तक सड़क के दोनों किनारों पर चलाया गया, जहां दुकानदारों, सब्जी विक्रेताओं और अन्य फुटकर व्यापारियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया गया। इस दौरान नगर परिषद की टीम ने अवैध रूप से नाले और सड़क पर लगाए गए अस्थायी दुकानों को हटाने का कार्य किया।
दुकानदारों को दी गई चेतावनी
अभियान के दौरान नगर परिषद की टीम ने दुकानदारों को सख्त निर्देश दिया कि भविष्य में वे सड़क का अतिक्रमण न करें और नाले के ऊपर दुकान लगाने से परहेज करें। नगर परिषद के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि कोई भी दुकानदार दोबारा सड़क पर अतिक्रमण करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अतिक्रमण से बाधित हो रही थी यातायात व्यवस्था
अंबेडकर चौक से विवेकानंद चौक तक का क्षेत्र अत्यधिक व्यस्त इलाका है, जहां बड़ी संख्या में दुकानदारों और ठेलेवालों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया था। इसके कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही थी और राहगीरों को चलने में काफी परेशानी हो रही थी। कई बार शिकायतें मिलने के बाद नगर परिषद ने सख्त कार्रवाई करते हुए यह अभियान चलाने का निर्णय लिया।
नगर परिषद की टीम रही सक्रिय
इस अभियान में नगर परिषद की पूरी टीम सक्रिय रूप से शामिल रही। अभियान के दौरान सिटी मैनेजर मृत्युंजय पांडे, टैक्स दारोगा आनंद कापड़ी, शमशेर, अभियंता विमल कुमार, सुमन कुमार सहित नगर परिषद के अन्य कर्मी भी मौजूद रहे। उन्होंने दुकानदारों को समझाया कि नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है और अवैध अतिक्रमण से केवल आम जनता को ही परेशानी होती है।
नगर परिषद का आगे भी जारी रहेगा अभियान
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए लगातार सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे अतिक्रमणकारियों को हतोत्साहित करें और शहर को स्वच्छ एवं व्यवस्थित बनाए रखने में सहयोग करें।
नगर परिषद पाकुड़ का यह अभियान यातायात व्यवस्था को सुधारने और शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे सड़क किनारे लगने वाले अवैध दुकानों को हटाने में सफलता मिली और भविष्य में अतिक्रमण पर रोक लगाने के लिए दुकानदारों को कड़ी चेतावनी भी दी गई। नगर परिषद ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि फिर से अतिक्रमण किया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।