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चरहीएक घंटा पहले
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चरही में कीटनाशक बनाने वाली मिनी फैक्ट्री का पता चला है। एक करोड़ मूल्य का नकली कीटनाशक, 10 हजार रैपर बरामद किया गया है। इस फैक्ट्री को चलाने वाले संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। चरही थाना क्षेत्र के भेलवाटांड़, पटेल नगर सुनील ठाकुर के घर से नकली कीटनाशक बनाने वाली कंपनी का पुलिस ने भंडाफोड़ किया। सुनील के घर से 10 हजार शीशी और उसके रैपर के साथ पुलिस और ओरिजनल कंपनी के दिल्ली से आए अधिकारियों की टीम ने छापेमारी कर इसका खुलासा किया। कीटनाशक कंपनी इंडोफील इंडिया लिमिटेड का एलेक्टो और एफएमसी कंपनी का कोरोजेन की डुप्लीकेट होने की सूचना उसके ओरिजनल संचालक दिल्ली से आए कंपनी के दो अधिकारी नानू राम और विजय पंडित को हुई थी।
कई दिनों तक की रेकी
दिल्ली से आए अधिकारियों ने चरही पुलिस को सूचित कर कई दिनों तक कीटनाशक दवा के अवैध मिनी फैक्ट्री की रेकी की अधिकारियों को अवैध फैक्ट्री के ठोस सबूत मिल गए तब बुधवार को चरही पुलिस की मदद से अचानक उक्त फैक्ट्री पर रेड किया, फैक्ट्री से दवा, रैपर सहित उसके संचालक को पुलिस ने धर दबोचा। यह कारोबार सुनील ठाकुर अपने घर में ही चलता था। सुनील ठाकुर चरही एनएच 33 के एक मकान में वर्षों से सैलून चलता था। सुनील ठाकुर उर्फ सुनील शर्मा स्थाई तौर पर वजीरगंज, जिला गया, बिहार का रहने वाला है।
चरही स्थित अपने घर में मिनी फैक्ट्री बनाकर उक्त दोनों कंपनियों के नाम के खाली बोतल में नकली कीटनाशक बनाकर रैपर लगाकर असली की तरह देखने लायक दवा तैयार कर देता था। जिस असली दवा एलेक्टो की कीमत 1070 बताई गई जिसका डुप्लीकेट कर शीशी में पानी मिलाकर 150 रुपए में बाजार में खपाया जा रहा था। इसी तरह से कोरोजेन की एक फाईल 60 एमएल की कीमत से कम कीमत का लगे रैपर लगाकर खपाया जा रहा था। कंपनी के दोनों जांच अधिकारी ने बताया कि रैपर और शीशी कोलकाता के एक फैक्ट्री से मंगाए गए थे, उसे भी शील करा दिया गया है। आगे बताया कि अभी खेती बारी का समय है किसानों को जिस असली कीटनाशक को खरीदने में बड़ी कीमत देनी पड़ती है, उस जगह पर डुप्लीकेट बनाई हुई कीटनाशक सस्ते मूल्य पर मिल जाते हैं। कृषि कार्य में इन नकली दवाइयों का कोई फायदा भी नही होने जा रहा था। इस तरह के देश के कई हिस्सों में इस तरह के गिरोह सक्रिय हैं। इस नकली दवा को ऑनलाइन कंपनी ऐमेज़ॉन पर भी बेचा जाता था।
क्या कहता है आरोपी सुनील
गिरफ्तार किया गया आरोपी सुनील शर्मा ने बताया कि कोई हमारे सैलून में आकर रैपर और शीशी देकर गया था। उसने मुझे लालच देकर बताया कि दिए गए शीशी में सिर्फ पानी भरकर रख देना है। प्रति शीशी पर दो रुपए मिलेंगे। उसे वह पहचानने से इंकार कर रहा है। मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर महेंद्र प्रसाद सिंह, थाना प्रभारी विक्रम कुमार और कीटनाशक कंपनी के आए दोनों अधिकारी सभी जब्त कीटनाशक के पांच कार्टून, दस हजार रैपर के साथ आरोपी सुनील शर्मा को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
क्या कहते है पुलिस निरीक्षक
पुलिस निरीक्षक महेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि यह कारोबार सुनील सलून की आड़ में वर्षों से कर रहा था। पुलिस सुनील शर्मा से इसके असली कारोबारी का पता जानने का प्रयास कर रही है। सभी जांच-पड़ताल पूर्ण होने के बाद आरोपी को जेल भेजा जाएगा।
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