पाकुड़। आगामी 28 सितंबर 2024 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का नेतृत्व प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़, शेष नाथ सिंह ने किया। बैठक में जिला के विभिन्न बैंक अधिकारियों, डीटीओ (जिला परिवहन अधिकारी) और पीएलए (प्रथम लोक अदालत) के चेयरमैन अशोक कुमार शुक्ला समेत अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। यह बैठक पीडीजे (प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश) कक्ष में संपन्न हुई।
बैठक की शुरुआत में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेष नाथ सिंह ने राष्ट्रीय लोक अदालत के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत एक ऐसा मंच है जहाँ विभिन्न प्रकार के कानूनी मामलों का त्वरित और सुलभ निपटारा किया जा सकता है। इससे न केवल अदालतों पर भार कम होता है, बल्कि न्याय प्राप्ति की प्रक्रिया भी सरल और सुलभ होती है।
शेष नाथ सिंह ने राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाते हुए जितना संभव हो सके, अधिक से अधिक मामलों का निपटारा करें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस लोक अदालत के माध्यम से आम जनता को न्याय दिलाने का यह एक सुनहरा अवसर है, जिसे हमें पूरी गंभीरता से लेना चाहिए।
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प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सभी बैंक अधिकारियों से अपील की कि वे बैंक संबंधी मामलों का त्वरित और निष्पक्ष निपटारा करने में सहयोग करें। साथ ही, डीटीओ और अन्य संबंधित विभागों को भी उनके विभाग से जुड़े मामलों के समाधान में सक्रिय भागीदारी निभाने के निर्देश दिए गए।
पीएलए के चेयरमैन अशोक कुमार शुक्ला ने इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत न केवल लंबित मामलों के निपटारे का एक प्रभावी साधन है, बल्कि यह जनता को समय और धन की बचत भी करता है। उन्होंने कहा कि इस बार का आयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें कई अहम मामलों का निपटारा होने की संभावना है, जिससे जिले में न्याय प्रक्रिया को गति मिलेगी।
बैठक में मौजूद जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के सचिव अजय कुमार गुड़िया ने बैठक के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए सभी विभागों के बीच समन्वय और सहयोग आवश्यक है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे ताकि अधिक से अधिक मामलों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित हो सके।
बैठक के अंत में, सभी अधिकारियों ने एकजुट होकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से समर्पित रहने का संकल्प लिया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ द्वारा आयोजित यह बैठक राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। इस बैठक में लिए गए निर्णय और दिशा-निर्देश से न केवल न्याय प्रक्रिया को गति मिलेगी, बल्कि न्याय की पहुंच भी आम जनता तक सुनिश्चित हो सकेगी।